सूत्रों के मुताबिक पार्टी की आंतरिक रिपोर्ट में पार्टी के ३५ से ३८ पार्षद जीतने का अनुमान लगाया गया है। एेसे में पांच से सात निर्दलीयों का साथ भी लेना पड़ सकता है। इसी सोच के साथ चुनाव समिति कुछ निर्दलीयों से भी सम्पर्क में है। अभी १९ नवम्बर को मतगणना होगी। महापौर का चुनाव २६ नवम्बर को है। इस बीच एक सप्ताह का रखा गया लम्बा समय सत्ताधारी दल के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।एेसे में पार्टी की रणनीति है कि पहले से पूरी तैयारी करके रखी जाए।
बीकानेर. नगर निगम चुनाव में मतदान के एक दिन बाद रविवार को कांग्रेस ने अपने वार्ड प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी कर दी। करीब 70 से अधिक वार्डों के प्रत्याशियों को जोधपुर बाइपास स्थित एक ढाणी में ठहराया गया है। हालांकि इसमें कुछ पार्षद प्रत्याशियों के शामिल नहीं होने की जानकारी भी मिली है।कांग्रेस का बोर्ड बनाने की मंशा के चलते पार्टी पदाधिकारियों ने रविवार सुबह से ही प्रत्याशियों को अपने कपड़ों के साथ बुला लिया था। रात करीब दस बजे तक चालीस से अधिक प्रत्याशियों को पार्टी पदाधिकारियों ने अपनी निगरानी में कर लिया। प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी के दौरान कांग्रेस के नारायण झंवर, प्रदेश सचिव जिया उर रहमान, प्रदेश सचिव राजकुमार किराडू, महेन्द्र कल्ला, मकसूद अहमद आदि की मौजूदगी रही।
कांग्रेस प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी का मुख्य उद्देश्य महापौर के नाम को लेकर किए जाने वाले मंथन से भी जोड़ा जा रहा है। पार्टी का मानना है कि जिसे भी महापौर बनाया जाए, उसे लेकर सभी कांग्रेस प्रत्याशियों की एकराय हो।बताया जाता है कि महापौरके नाम को लेकर सभी प्रत्याशियों से सोमवार को राय ली जाएगी, ताकि पद को लेकर किसी के विरोध का सामना नहीं करना पड़े।
मतगणना में रहेगी मौजूदगी
बाड़ेबंदी में शामिल कांग्रेस प्रत्याशी अब 19 नवम्बर को मतगणना के दिन दिखाई देंगे। कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में ताल ठोकने वाले प्रत्याशी दिखाई नहीं दिए। हालांकि कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी देर रात तक कांग्रेस से बागी हुए प्रत्याशियों की मान-मनुहार करने मेंं जुटे हुए थे। पार्टी सूत्रों का मानना है कि बहुमत का आंकड़ा प्राप्त नहीं होने पर निर्दलीय जीते प्रत्याशियों को पार्टी के साथ लाया जाएगा। अंदरूनी रिपोर्ट में भी कांग्रेस से बागी कई प्रत्याशी मजबूत स्थिति में हैं।