निरीक्षकों का टोटा
रोडवेज के बीकानेर आगार में निरीक्षकों के अभाव में उडऩ दस्ते का अभाव है। बीकानेर आगार में ११८ बसों की चैकिंग का जिम्मा महज दो निरीक्षकों के भरोसे ही है। बसों और रूटों की संख्या के लिहाज से निरीक्षक नाकाफी हैं। एक अर्से से बीकानेर आगार को निरीक्षकों को इंतजार है।
जिन रूटों पर रोडवेज की बसें चल रही हैं, उन रूटों पर अचानक पहुंचकर जांच करने का काम निरीक्षक का होता है। बस में बैठे सभी यात्रियों को टिकट दिया या नहीं, निर्धारित किराए से अधिक की वसूली तो नहीं हो रही, रोडवेज के निर्धारित स्थानों पर बसें ठहरती हैं या नहीं, यह काम वही करते हैं।