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हम आह भी करते हैं, हो जाते हैं बदनाम…

locationबीकानेरPublished: Feb 18, 2020 11:09:54 pm

Submitted by:

Ramesh Bissa

जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा उजागर होने पर जिला शिक्षा अधिकारी पर गिरी गाज

Recommendation to suspend District Education Officer

हम आह भी करते हैं, हो जाते हैं बदनाम…

बीकानेर. ‘हम आह भी करते हैं, हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते है तो चर्चा नहीं होती।Ó समाज सुधारक अकबर इलाहबादी का यह चर्चित शेर, प्रारम्भिक जिला शिक्षा अधिकारी पर सटीक बैठता है, जिन्होंने जनप्रतिनियों की अनुशंसा के आधार पर कुछ शिक्षकों को शिक्षण व्यवस्था पर उनके मूल स्थान से हटाकर दूसरो स्कूलों में लगाया था। इसकी सूचना शिक्षा निदेशालय से चाही गई, तो जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल २१ शिक्षकों की सूची निदेशक को पूर्ण जानकारी के साथ भेज दी थी। इसमें राजनेताओं की अनुशंसा में शिक्षकों के तबादलों के कारण भी स्पष्ट किए गए थे। लेकिन अब इसका खमियाजा जिला शिक्षा अधिकारी को भुगतना पड़ा।
सोमवार को शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने नाराजगी जताते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक प्रेमशंकर झां को निलम्ब्ति करने की सिफारिश उप शासन सचिव (शिक्षा) को भेज दी। हालांकि जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से निदेशालय को भेजी गई अपडेट जानकारी को शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उचित ठहरा रहे हैं, लेकिन यह आदेश सोशल मीडिया में वायरल होना जिला शिक्षा अधिकारी पर भारी पड़ गया।
सैकड़ों की तादाद
में डटे हैं
बीकानेर में प्रारम्भिक जिला शिक्षा अधिकारी पर तो कार्रवाई की तलवार लटक रही है। लेकिन प्रदेशभर में शिक्षा विभाग में सैकड़ों की तादाद में शिक्षक किसी न किसी व्यवस्था के तहत प्रतिनियुक्तियों पर अर्से से डटे है। कभी हटाए दिए जाते है, कभी फिर से लगा दिए जाते है। बीकानेर में भी माध्यमिक शिक्षा, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों, पंचायत समिति, पंजीयक कार्यालय, जिला प्रशासन, जिला परिषद सहित कई विभागों और शिक्षा विभाग की शाखाओं में शिक्षक व शारीरिक शिक्षक अर्से से प्रतिनियुक्तियों पर ही जमे है, शिक्षा निदेशालय ने अब प्रदेशभर से इस तरह के शिक्षकों की सूची मांगी है।
शिक्षण व्यवस्था के तहत पदस्थापन रद्द
सूची वायरल होने के बाद सोमवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इसे गंभीरता से लिया और २१ शिक्षकों की शिक्षण व्यवस्था के तहत पदस्थापन रद्द कर कर दिया। साथ ही सभी शिक्षकों को मूल पदों पर जाने के आदेश जारी कर दिए।
उदासीनता बरती है
&जो सूचना का पत्र सीधे निदेशालय में आना चाहिए था, वो प्रारम्भिक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की लापरवाही चलते सार्वजनिक हो गया, यह गंभीर बात है। वायरल कैसे हुआ इसकी जांच भी कराई जाएगी। इस मामले में उदासीनता रही है, इसके चलते जिला शिक्षा अधिकारी को निलम्बित करने की अनुशंसा उप शासन सचिव को भेज दी है।
सौरभ स्वामी,
शिक्षा निदेशक, बीकानेर
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