भाई ने रिपोर्ट में यह लिखा
मृतक के भाई सतीशसिंह ने मामला दर्ज करवाया कि उसका भाई कोलायत में रेलवे में गैंगमेन के पद पर कार्यरत था। आत्महत्या करने से कुछ समय पहले उसके भाई ने उसे रिकाॅर्डिेग भेजी, जिसमें बताया कि एक महिला जो कोटपूतली में रहती है। उससे उसकी मुलाकात तब हुई, जब उसके पैर में चोट लगी थी और वह बीकानेर में अस्पताल में भर्ती था। उस महिला से उस दौरान साधारण ही बोलचाल थी। उसके बाद महिला ने भाई से कहा कि वह ठीक नहीं होता, तब तक देखभाल करेगी।
कुछ दिनों से कर रही थी ब्लैकमेल
वादी का कहना है कि पिछले कुछ समय से महिला उसके भाई को रुपयों के लिए ब्लैकमेल कर रही थी और नहीं देने पर फंसा देने और जान से मारने की धमकी देती थी। महिला के दवाब ने ही उसके भाी को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया। उसका भाई छह-सात दिन पूर्व मिलने के लिए गांव आया और पूरे प्रकरण के बारे में बताया। इसके बाद 10 जून को कोलायत ड्युटी पर आ गया था। मंगलवार सुबह साढे आठ बजे रेल विभाग के किसी कर्मचारी का फोन आया कि उसके भाई सत्यवीरसिंह की रेल के आगे आने से कटकर मौत हो गई।