अन्वेषण शाखा के अधिकारियों की टीम ने कारोबारी के विभिन्न ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई कर कुल 17 संपत्तियों को चिह्नित किया है, जो शहर के विभिन्न स्थानों पर हैं। इनकी बाजार में कीमत करोड़ों रुपए बताई जा रही है। कार्रवाई के लिए जयपुर मुख्यालय से गुरुवार को अधिकारी बीकानेर पहुंचे थे।
जब्त करने का अधिकार
बेनामी संपत्ति निरोधक संशोधित कानून के तहत केन्द्र सरकार को बेनामी संपत्ति जब्त करने का अधिकार है। बेनामी संपत्ति-1988 के कानून में एक नवम्बर-2016को ही संशोधन किया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने भाषण में कई बार इस संशोधित कानून का हवाला देते हुए बेनामी संपत्ति रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा कर चुके हैं।
बेनामी संपत्ति निरोधक संशोधित कानून के तहत केन्द्र सरकार को बेनामी संपत्ति जब्त करने का अधिकार है। बेनामी संपत्ति-1988 के कानून में एक नवम्बर-2016को ही संशोधन किया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने भाषण में कई बार इस संशोधित कानून का हवाला देते हुए बेनामी संपत्ति रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा कर चुके हैं।
बड़ा खुलासा जल्द
बताया जाता है कि बीकानेर में करोड़ों-अरबों रुपए की बेनामी संपत्ति लोगों ने दूसरों के नाम से बना रखी है। इसका खुलासा जल्द हो सकता है। सूत्रों की मानें तो नोटबंदी के बाद करीब एक साल तक चली जांच प्रक्रिया में दर्जनों बेनामी संपत्ति की जानकारी मिली है।
बताया जाता है कि बीकानेर में करोड़ों-अरबों रुपए की बेनामी संपत्ति लोगों ने दूसरों के नाम से बना रखी है। इसका खुलासा जल्द हो सकता है। सूत्रों की मानें तो नोटबंदी के बाद करीब एक साल तक चली जांच प्रक्रिया में दर्जनों बेनामी संपत्ति की जानकारी मिली है।
चिह्नित बेनामी संपत्ति के मालिकों के कार्यों और उनकी जमीनों की जांच गोपनीय तरीके से की जा रही है। शुक्रवार को चिह्नित १७ संपत्तियों को अब उसके मालिक बेच नहीं सकेंगे, जब तक आयकर विभाग की जांच पूरी नहीं हो जाती।
यहां की संपत्ति चिह्नित
सूत्रों की मानें तो रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े कारोबारी के ठिकानों पर की गई जांच में प्रथमदृष्टया उदयरामसर में दो, गाड़वाला में एक, वृन्दावन एन्क्लेव कॉलोनी में आठ, शिवबाड़ी हाउसिंग योजना में पांच तथा नापासर रोड पर एक संपत्ति को बेनामी के रूप में चिह्नित किया गया है।
सूत्रों की मानें तो रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े कारोबारी के ठिकानों पर की गई जांच में प्रथमदृष्टया उदयरामसर में दो, गाड़वाला में एक, वृन्दावन एन्क्लेव कॉलोनी में आठ, शिवबाड़ी हाउसिंग योजना में पांच तथा नापासर रोड पर एक संपत्ति को बेनामी के रूप में चिह्नित किया गया है।
सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग के अधिकारी नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा हुई राशि को लेकर बेनामी संपत्ति की जांच में जुटे हुए हैं।पिछले कुछ माह से बीकानेर के इस कारोबारी के कारोबार पर अधिकारियों की नजर थी। कारोबारी ने सभी संपत्तियां किसी अन्य के नाम से खरीदी हुई हैं। अन्वेषण शाखा की टीम में शामिल निरीक्षक आरके यादव और राजेन्द्र वर्मा के कार्रवाई करने की जानकारी मिली है।