ग्रीनकोरिडोर हाइवे निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल
महाजन. अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस ग्रीनकोरिडोर 754 के हाइवे (भारतमाला) के कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। साबनिया से शेरपुरा के बीच जगह-जगह सड़क पानी में बह गई। बारिश से सड़क के बर्म टूट चुके है। गौरतलब है कि साबनिया, जैतपुर, चक नोहड़ा, छिल्ला, शेरपुरा के आसपास से यह एक्सप्रेस हाइवे निकल रहा है। जिसके निर्माण का कार्य पिछले करीब एक साल से चल रहा है। जमीन से करीब 8-10 फीट ऊंचाई लेकर बनी सड़क के निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने व फाउंडेशन कमजोर होने से पहली बारिश भी यह सड़क नहीं झेल पाई। ग्रामीणों ने बताया कि रेत से भरने के बाद सही तरीके से मिट्टी का जमाव नहीं करने व गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखकर निर्माण करने से नुकसान हुआ है। अब भी रेत से फाउंडेशन तैयार किया जा रहा है। हालांकि सड़क का निर्माण कार्य अभी चल रहा है एवं ठेकेदार के ही अधीन है।
महाजन. अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस ग्रीनकोरिडोर 754 के हाइवे (भारतमाला) के कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। साबनिया से शेरपुरा के बीच जगह-जगह सड़क पानी में बह गई। बारिश से सड़क के बर्म टूट चुके है। गौरतलब है कि साबनिया, जैतपुर, चक नोहड़ा, छिल्ला, शेरपुरा के आसपास से यह एक्सप्रेस हाइवे निकल रहा है। जिसके निर्माण का कार्य पिछले करीब एक साल से चल रहा है। जमीन से करीब 8-10 फीट ऊंचाई लेकर बनी सड़क के निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने व फाउंडेशन कमजोर होने से पहली बारिश भी यह सड़क नहीं झेल पाई। ग्रामीणों ने बताया कि रेत से भरने के बाद सही तरीके से मिट्टी का जमाव नहीं करने व गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखकर निर्माण करने से नुकसान हुआ है। अब भी रेत से फाउंडेशन तैयार किया जा रहा है। हालांकि सड़क का निर्माण कार्य अभी चल रहा है एवं ठेकेदार के ही अधीन है।