रोडवेज की करीब एक सौ बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा करने का मौका मिला। बीकानेर आगार की मुख्य प्रबंधक इन्दिरा गोदारा ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन महिलाओं की टिकट तो कटी, लेकिन उनसे शुल्क नहीं लिया गया। राज्य सरकार के निर्देशानुसार रक्षाबंधन के दिन किसी भी महिला सवारी से शुल्क नहीं लिया गया था। उन्होंने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक करीब दस हजार महिलाओं ने एक दिन में निशुल्क सफर का लाभ उठाया है।
निजी बसों में कम दिखी सवारियां
रोडवेज बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा के चलते रविवार को निजी बसों में महिला सवारियों की संख्या आम दिनों की तुलना में कम ही दिखी। बीकानेर आगार प्रमुख इन्दिरा गोदारा ने बताया कि निशुल्क के रुझान को देखते हुए रोडवेज ने महिला सवारियों को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने बताया कि रविवार को महिला सवारियों के साथ-साथ पुरुष यात्री भी बसों में रहे, लेकिन उनकी संख्या आम दिनों की तुलना में कम ही थी। गोदारा ने बताया कि किसी भी स्थान के लिए बसों की संख्या को कम नहीं पडऩे दिया। गोदारा के अनुसार 22 अगस्त को रात 12 बजे तक निशुल्क सफर का प्रावधान प्रभावी रहेगा।
रोडवेज बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा के चलते रविवार को निजी बसों में महिला सवारियों की संख्या आम दिनों की तुलना में कम ही दिखी। बीकानेर आगार प्रमुख इन्दिरा गोदारा ने बताया कि निशुल्क के रुझान को देखते हुए रोडवेज ने महिला सवारियों को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने बताया कि रविवार को महिला सवारियों के साथ-साथ पुरुष यात्री भी बसों में रहे, लेकिन उनकी संख्या आम दिनों की तुलना में कम ही थी। गोदारा ने बताया कि किसी भी स्थान के लिए बसों की संख्या को कम नहीं पडऩे दिया। गोदारा के अनुसार 22 अगस्त को रात 12 बजे तक निशुल्क सफर का प्रावधान प्रभावी रहेगा।