पीडि़त ने बताया कि करीब छह साल पहले ऐजेंट घनश्याम पारीक उसके पास आया और अच्छा ब्याज मिलने का प्रलोभन देकर रूबी क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी में खाते खुलवाने के लिए कहा। आरोपी उसे रानी बाजार स्थित सोसायटी की ब्रांच में ले गया और ब्रांच मैनेजर किशन सिंह से मीटिंग कराई और मोबाइल कॉल के जरिए हैड मैनेजर राहुल देव से फोन पर भी बात कराई। इसके बाद मैने सोसायटी में दो खाते खुलवा लिये ,और नियमित किश्ते भी जमा करवाता रहा। पीडि़त का आरोप है कि पचास हजार रुपए की एफडीआर की अवधि पूर्ण होने पर रुपए निकालने सोसायटी की ब्रांच में गया तो ब्रांच मैनेजर ने रुपए देने से इंकार कर दिया।