इस अवसर पर राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष डॉ. वल्लभ भाई कथूरिया ने बेसहारा गोवंश के लिए गोशाला निर्माण को श्रेष्ठ कार्य बताया। उन्होंने गोबर व गोमूत्र के उचित उपयोग की भी बात कही। महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा कि नन्दी गोशाला में बेसहारा सांडों को रखने से शहर की एक बड़ी समस्या का समाधान होगा व गोवंश की उचित देखभाल हो सकेगी। समिति अध्यक्ष अनिल कुमार ओझा ने कहा कि संस्था का उद्देश्य मात्र गोसेवा है।
कार्यक्रम में सचिव अशोक कुमार शर्मा, व्यवस्थापक सीताराम शर्मा, पूनम चंद, बाबू लाल ओझा,कन्हैया लाल, पार्षद भगवती प्रसाद गौड, राजा सेवग, रामचन्द्र सोनी, पूजा ईणखिया, कृष्णा कंवर, पूर्व कुलपति वेटरनरी विवि प्रो. ए के गहलोत, संयुक्त निदेशक पशु पालन विभाग पूनम चंद शर्मा आदि मौजूद रहे।
पचास बीघा में हरी घास
पूगल रोड स्थित निगम की नन्दी गौशाला परिसर में लगभग पचास से साठ बीघा भूमि पर पशुओं के लिए हरा घास उगाया जा रहा है। फव्वारों से पानी की सिंचाई की जा रही है। पुरोहित ने बताया कि घास के आस पास के क्षेत्रों में कतारबद्ध पौधरोपण भी किया गया है। यहां हरा घास गौशाला में रहने वाले गौवंश के लिए ही उपयोग में लिया जाएगा।
पूगल रोड स्थित निगम की नन्दी गौशाला परिसर में लगभग पचास से साठ बीघा भूमि पर पशुओं के लिए हरा घास उगाया जा रहा है। फव्वारों से पानी की सिंचाई की जा रही है। पुरोहित ने बताया कि घास के आस पास के क्षेत्रों में कतारबद्ध पौधरोपण भी किया गया है। यहां हरा घास गौशाला में रहने वाले गौवंश के लिए ही उपयोग में लिया जाएगा।
गोबर व गोमूत्र का होगा उपयोग
नन्दी गौशाला में समिति की ओर से बायो गैस संयंत्र स्थापित किया जाएगा। व्यवस्थापक पुरोहित ने बताया कि संयंत्र से प्राप्त होने वाली गैस का उपयोग संस्था कर सकेगी। वहीं संयंत्र से मिलने वाली खाद को बेचा जाएगा। उन्होंने बताया कि गौ मूत्र के उपयोग की भी योजना प्रस्तावित है।
नन्दी गौशाला में समिति की ओर से बायो गैस संयंत्र स्थापित किया जाएगा। व्यवस्थापक पुरोहित ने बताया कि संयंत्र से प्राप्त होने वाली गैस का उपयोग संस्था कर सकेगी। वहीं संयंत्र से मिलने वाली खाद को बेचा जाएगा। उन्होंने बताया कि गौ मूत्र के उपयोग की भी योजना प्रस्तावित है।
हर वार्ड में आठ सौ सांड
नन्दी गौशाला में शहर के बेसहारा सांडों को रखने के लिए आठ वार्ड बनाए जाएंगे। इनमें से चार वार्ड लगभग तैयार है। पुरोहित ने बताया कि चार वार्ड और बनेंगे। हर वार्ड में लगभग सात सौ से आठ सौ सांडों को रखा जा सकेगा।
नन्दी गौशाला में शहर के बेसहारा सांडों को रखने के लिए आठ वार्ड बनाए जाएंगे। इनमें से चार वार्ड लगभग तैयार है। पुरोहित ने बताया कि चार वार्ड और बनेंगे। हर वार्ड में लगभग सात सौ से आठ सौ सांडों को रखा जा सकेगा।