नवरतनसिंह सिसोदिया, सुशील शर्मा, महेश मूंड, प्रहलाद पंचारिया, अशोक बोबरवाल, अशोक चौधरी सहित अनेक कार्यकर्ता मौन जुलूस में शामिल हुए। जुलूस पीबीएम अस्पताल से रवाना होकर कलक्ट्रेट तक पहुंचा। यहां प्रदर्शनकारियों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
भाजपा नेता सुरेन्द्रसिंह ने बताया कि धरती के भगवान माने जाने वाले चिकित्सक के मनमाने रवैये से आमजन को बेहद परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। इस प्रकार से हठधर्मिता करना चिकित्सकों के पेशे के खिलाफ है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आपात बैठक बुलाई
सेवारत चिकित्सकों के बाद दोपहर को रेजीडेंट चिकित्सकों के भी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार के बाद एसपी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आपात बैठक बुलाई गई। जिसमें चिकित्सकाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। प्राचार्य डॉ. आरपी अग्रवाल ने बताया कि सेवारत चिकित्सकों के बाद रेजीडेंट चिकित्सकों के भी कार्य बहिष्कार करने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
वैकल्पिक व्यवस्थाओं के तौर पर सभी सीनियर चिकित्सकों, इंटर्न, नॉनक्लिनिक डॉक्टर, मेडिकल स्टूडेंट की ड्यूटियां लगा दी गई है। सरकार ने दैनिक वेतन भोगी के तौर पर चिकित्सकों को लगाने की अनुमति दी है। वार्डों व ओपीडी में सीनियर चिकित्सक ड्यूटी देवें। मरीजों को किसी तरह की परेशान न हो। बैठक में सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
यूथ कांग्रेस का हस्ताक्षर अभियान बीकानेर युवा कांग्रेस की ओर से सेवारत चिकित्सकों का कार्य बहिष्कार उचित या अनुचित मुद्दे को लेकर पीबीएम अस्पताल परिसर में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। अभियान के तहत मरीजों के परिजनों ने सरकार की हठधर्मिता एवं डॉक्टर्स की हड़ताल को अनुचित बताया।
युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव शब्बीर अहमद व युवा कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष आजम अली ने कहा कि चार दिन से सेवारत डॉक्टर काम नहीं कर रहे हैं। सरकार की हठधर्मिता के कारण प्रदेश की जनता परेशान हो रही है। इस अवसर पर महिला जिलाध्यक्ष शशिकला राठौड़, राज भटनागर, सुमित कोचर, तोलाराम सियाग, विष्णु पांडे, शाहिद कोहरी आदि उपस्थित थे।