लम्बाई ६२ से ८१ सेमी., पंख फैलाव १.६५ से २.१५ मीटर, वजन २ से ५ किलो होता है। इसके पंजे व चोंच गहरे पीले रंग की, चोंच के आगे का हिस्सा हल्के रंग का। इसकी आंखें बड़ी और भूरी होती है। पंजे बड़े आकार के होते हैं और पैर पर से ढके होते हैं। अद्र्धवयस्क चील के पंखों पर सफेद रंग की धारी होती है और रंग भूरा होता है। जबकि वयस्क चील का रंग भूरा-काला होता है।
१५वीं शताब्दी के आरंभ में पुरुषों ने पक्षियों के साथ शिकार करना शुरू कर दिया था और यह संस्कृति भी बन गई। शिकार सर्दियों के दौरान होते हैं। शिकारियों की टीम घोड़ों पर शिकार का पीछा करती है और ईगल द्वारा उन्हें शिकार के स्थान का पता लगता है।
मध्य-पूर्वी, साउदी अरेबिया, अल्ताई पर्वत आदि देशों में इन पक्षियों को शिकार ढूंढऩे के लिए किया जाता है। बीकानेर में मंगोलिया व अल्ताई से बहुतायात मात्रा में पक्षी आ रहे हैं। पक्षी प्रवास के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
डॉ. दाउलाल बोहरा, पक्षी विशेषज्ञ