शराबियों की महफिलें पार्क में सजनी शुरू हो जाती हैं। और तो और बंद पड़ी पुलिस चौकी के गेट पर शराब की बोतल खोले शराबी बैठे रहते है। पार्क में चौकी खोलने का सबसे बड़ा फायदा पर्यटकों की सुरक्षा और पार्क से सटी केईएम रोड पर पुलिस की नजर रहने का था।
जूनागढ़ से थोड़े ही फासले पर होने और रतनबिहारी पार्क की हेरिटेज बिल्डिंग के चलते देशी-विदेशी पर्यटकों का यहां पार्क में आना-जाना रहता है। पुलिस चौकी खोलने के बाद पार्क में असमाजिक तत्वों का जमावड़ा भी रहना बंद हो गया था।
आस-पास के दुकानदार भी खुद को सुरक्षित महसूस करते थे, परन्तु कुछ समय से चौकी बंद होने से अब पार्क अपराधियों की शरणस्थली बन गया है। पार्क में हेरिटेज बिल्डिंग के कुछ हिस्से सुनसान रहते हैं। इनमें रात को समाजकंटक अन्य गतिविधियों को भी अंजाम देते हैं।
स्टाफ कम का रोना
पुलिस ने रतनबिहारी पार्क में चौकी तो खोल दी, लेकिन स्टाफ का रोना रोकर इसे बंद कर रखा है। बताया जाता है कि कागजों में यहां पर दो पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगा रखी है लेकिन वह भी थाने में ही हाजरी भरते है।
पुलिस ने रतनबिहारी पार्क में चौकी तो खोल दी, लेकिन स्टाफ का रोना रोकर इसे बंद कर रखा है। बताया जाता है कि कागजों में यहां पर दो पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगा रखी है लेकिन वह भी थाने में ही हाजरी भरते है।
लाठी-सरियों से हमला कर युवक का हाथ तोड़ा
सदर थाना क्षेत्र के सांगलपुरा के पास मंगलवार रात तीन-चार व्यक्तियों ने एक युवक पर लाठी-सरियों से हमला कर उसका हाथ तोड़ दिया। पीडि़त उपनिवेशन कॉलोनी निवासी प्रवीण कुमार ने सदर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने रिपोर्ट में बताया कि मंगलवार रात को वह घर जा रहा था। तभी सांगलपुरा फांटे के पास दीपेन्द्रसिंह शेखावत, गौरवसिंह और जितेन्द्र सिंह सांखला उर्फ टकसा लाठी-सरिया लेकर आए और मारपीट करनी शुरू कर दी।
सदर थाना क्षेत्र के सांगलपुरा के पास मंगलवार रात तीन-चार व्यक्तियों ने एक युवक पर लाठी-सरियों से हमला कर उसका हाथ तोड़ दिया। पीडि़त उपनिवेशन कॉलोनी निवासी प्रवीण कुमार ने सदर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने रिपोर्ट में बताया कि मंगलवार रात को वह घर जा रहा था। तभी सांगलपुरा फांटे के पास दीपेन्द्रसिंह शेखावत, गौरवसिंह और जितेन्द्र सिंह सांखला उर्फ टकसा लाठी-सरिया लेकर आए और मारपीट करनी शुरू कर दी।