चिकित्सकों के घरों में संचालित दवा दुकानें के मुद्दे पर कोई भी वरिष्ठ चिकित्सक व जिम्मेदार अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि नैतिकता के लिहाज से एक चिकित्सक के लिए एेसा करना गलत है। उसे घर पर दुकान नहीं चलानी चाहिए। चिकित्सक पर्ची पर एेसी दवा लिखे, जो बाजार में हर दुकान पर सहज मिल सके।
यहां चल रही दुकानें
दवा विक्रेता संघ के गवर्निंग बॉडी चेयरमैन महावीर पुरोहित ने बताया कि डॉ. सुरेन्द्र बेनीवाल, डॉ. माणक गुजरानी, डॉ. बीसी घीया, डॉ. मोहम्मद सलीम, डॉ. नरेन्द्र गहलोत, डॉ. मनोज मीणा, डॉ. मुकेश आर्य समेत दर्जनों चिकित्सक हैं, जिनके घरों में दवा की दुकानें संचालित की जा रही हैं।
बीकानेर जिला दवा विक्रेता संघ सरकारी चिकित्सकों के घरों में संचालित दवा दुकानों का काफी समय से विरोध कर रहा है। संघ के कार्यकारी अध्यक्ष शिवरतन गहलोत ने बताया कि शुक्रवार को जिले का संपूर्ण दवा बाजार बंद रखा जाएगा। दोपहर एक से चार बजे तक दुकानें बंद रहेंगी। इस दौरान कलक्टर कार्यालय के सामने धरना दिया जाएगा।
&चिकित्सकों के घरों में चल रही दवा दुकानें बंद होनी चाहिए। चिकित्सक जो दवा लिखते हैं, वे अन्य दुकानों पर मिलती नहीं है। मजबूर होकर मरीज को चिकित्सक के घर की दुकान से दवा खरीदनी पड़ती है। राज्य सरकार, जिला प्र्रशासन व औषधि नियंत्रण विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए।
शिकायत नहीं मिली
सरकारी सेवा में रहते चिकित्सक अपने घरों में दुकान चला रहे हैं। इसकी शिकायत नहीं मिली है। लिखित शिकायत करेंगे तो औषधि नियंत्रक अधिकारी को साथ लेकर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।
डॉ. बीएल मीणा, सीएमएचओ
डॉक्टरों की मनमर्जी
चिकित्सकों के घरों में दवा की दुकानें नियमानुसार गलत है। चिकित्सक मनमर्जी कर रहे हैं। दवा की ऐसी दुकानें बंद होनी चाहिए। आमजन के हित में आंदोलन करना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे।
श्यामसिंह हाडलां, भाजपा नेता