उन्होंने हार्ट हॉस्पिटल में पलंगों की संख्या बढ़ाने की हिदायत दी। प्रभारी मंत्री ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में आम लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा सुलभ कराने के लिए राज्य सरकार स्तर पर पूरे प्रयास किए जाएंगे। भामाशाहों और दानदाताओं का सहयोग लिया जाएगा। सुपर स्पेशलिटी सेंटर को शीघ्र शुरू कराने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लोकार्पण व सरकार की ओर से मिलने वाल राशि को शीघ्र दिलाया जाएगा।
प्रभारी मंत्री ने स्वाइन फ्लू सहित मौसमी बीमारियों के प्रति सचेत रहने के निर्देश दिए। स्वाइल फ्लू के इलाज में कोताही नहीं बरतने को कहा। अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीके बैरवाल ने बताया कि अस्पताल का हर दिन ओपीडी सात हजार रोगियों का रहता है। ६००-७०० मरीज भर्ती होते हैं।
एसपी मेडिल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरपी अग्रवाल ने बताया कि १५० करोड़ की लागत से सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का निर्माण हुआ है। इसमें केन्द्र सकरार ने १२० करोड़ एवं राज्य सरकार ने ३० करोड़ रुपए का योगदान दिया है। इस सेंटर में गेस्ट्रो एंडोलोजी, गेस्टिक सर्जरी, न्यूरोलोजी व न्यूरो सर्जरी और पिडियाट्रिक सर्जरी और आउट डोर की सेवाएं शुरू होने से लोगों बेहतर चिकित्सा सुविधा सुलभ होगी।