दरअसल वार्षिकोत्सव का बजट 31 मार्च को लैप्स हो जाएगा। इस पर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने 15 मार्च से पहले वार्षिकोत्सव मनाने के निर्देश जारी किए हैं। दूसरी और कक्षा 10 की बोर्ड के परीक्षाएं 31 मार्च व कक्षा 12 की बोर्ड की परीक्षाएं 24 मार्च से शुरू हो रही हैं। वहीं गृह परीक्षाएं अप्हेल में प्रस्तावित है।शहरी क्षेत्र के स्कूल विलंब से खुलने के कारण कई स्कूलों में विद्यार्थियों का पाठयक्रम पूरा नहीं हुआ है। वार्षिकोत्सव मार्च में होने से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
वार्षिकोत्सव को स्थगित करने की मांग शिक्षक संघ एलीमेंट्री सेकेंडरी टीचर एसोसिएशन (रेसटा) के प्रदेशाध्यक्ष मोहर ङ्क्षसह सलावद ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर वार्षिकोत्सव को स्थगित करने की मांग रखी है। सलावद का कहना है कि परीक्षा से 20-25 दिन पहले का समय पढ़ाई के लिए जरूरी होता है। इसमें यदि शिक्षक और बच्चे दूसरे कामों में व्यस्त होंगे तो परिणाम पर असर पड़ेगा।
अभिभावकों की लेनी होगी अनुमति सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थी अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही वार्षिकोत्सव और पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हो सकेंगे। इस संबंध में शिक्षा परिषद कि राज्य परियोजना निदेशक ने सीडीईओ को निर्देश दिए हैं।वहीं शिक्षको का कहना है कि कोरोना काल में बच्चों की ठीक तरह से पढ़ाई नहीं हुई। ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों की शिक्षा स्तर में कोई सुधार नहीं हो रहा है। शिक्षा विभाग को पूरा फोकस बच्चों की बोर्ड परीक्षाओं पर करना चाहिए।
वार्षिकोत्सव करवाना होगा
फरवरी के अंतिम सप्ताह से मार्च के द्वितीय सप्ताह के बीच यह आयोजन करने होंगे। शिक्षा परिषद के निर्देशों के मुताबिक माध्यमिक शिक्षा, विवेकानंद मॉडल, गवर्नमेंट मॉडल स्कूल और संस्कृत शिक्षा के चयनित स्कूलों को वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह के लिए 10 हजार का बजट स्वीकृत किया जाएगा। जबकि प्रारंभिक शिक्षा के स्कूल को 5 हजार रुपए मिलेंगे। कोविड-19 के चलते पूर्व में कई स्कूलों में यह आयोजन नहीं हो पाए। अब शिक्षा सत्र 2021-22 में वार्षिकोत्सव करने के निर्देश जारी किए गए हैं।