सेना में भर्ती होने का जज्बा कहें या बेरोजगारी का आलम, महज 66 सीटों के लिए शुरू हुई सेना भर्ती रैली के पहले दिन नौकरी के लिए भाग्य आजमाने 14 हजार युवा पहुंच गए। प्रदेश के 12 जिलों और दो राज्यों से आए ये युवा सुबह 4 बजे बीकानेर के कृषि विश्वविद्यालय के स्टेडियम में पहुंचे, जहां उनसे दौड़ लगवाकर शुरुआती छंटनी की गई। प्रादेशिक सेना भर्ती के लिए सेना की भर्ती विंग के अधिकारियों ने सबसे पहले 200-200 के समूह में युवाओं को दौड़ाया। प्रत्येक समूह में पहले दो स्थान पर रहे युवाओं को अलग कर 140 युवाओं का अगले चरण के लिए चयन किया। चयनित युवा लम्बाई और छाती की नाप सहित शारीरिक दक्षता के विभिन्न चरणों से गुजरे। इसके बाद सेना के मेडिकल बोर्ड ने चयनित युवाओं की मेडिकल जांच की। दौड़ में चयनित युवकों को अगले राउंड में भेजा गया, जहां उनके दस्तावेजों की जांच के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा ली गई। शारीरिक दक्षता में सबसे पहले 9 फीट लम्बाई के गड्ढे को कूद कर पार कराया गया। इसके बाद संतुलन जांच की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। चिनअप लगवाकर बाजुओं का दमखम परखा गया। साथ ही चयनित युवा लम्बाई और छाती की नाप सहित शारीरिक दक्षता के विभिन्न चरणों से गुजरे। शारीरिक दक्षता परीक्षा की प्रक्रिया दोपहर तीन बजे तक हुई। इसके बाद सेना के मेडिकल बोर्ड ने चयनित युवाओं की मेडिकल जांच की। सेना भर्ती के लिए रोजाना हजारों युवा प्रदेश के साथ देश के अन्य राज्यों से आ रहे हैं। भर्ती रैली 12 सितम्बर तक चलेगी। भीड़ नहीं रहने के लिए रोडवेज ने अतिरिक्त बसें चलाई हैं, ताकि भर्ती रैली में शामिल होने के बाद युवा वापस अपने गृह क्षेत्र में लौट सकें। शहर में हजारों युवाओं के आने से खाने-पीने के सामान बेचने वालों की ग्राहकी बढ़ी है। श्रीगंगानगर मार्ग के होटलों पर तो सुबह-शाम खाना खाने के लिए युवाओंभी भीड़ रहती है।
सेना में भर्ती होने का जज्बा कहें या बेरोजगारी का आलम, महज 66 सीटों के लिए शुरू हुई सेना भर्ती रैली के पहले दिन नौकरी के लिए भाग्य आजमाने 14 हजार युवा पहुंच गए। प्रदेश के 12 जिलों और दो राज्यों से आए ये युवा सुबह 4 बजे बीकानेर के कृषि विश्वविद्यालय के स्टेडियम में पहुंचे, जहां उनसे दौड़ लगवाकर शुरुआती छंटनी की गई। प्रादेशिक सेना भर्ती के लिए सेना की भर्ती विंग के अधिकारियों ने सबसे पहले 200-200 के समूह में युवाओं को दौड़ाया। प्रत्येक समूह में पहले दो स्थान पर रहे युवाओं को अलग कर 140 युवाओं का अगले चरण के लिए चयन किया। चयनित युवा लम्बाई और छाती की नाप सहित शारीरिक दक्षता के विभिन्न चरणों से गुजरे। इसके बाद सेना के मेडिकल बोर्ड ने चयनित युवाओं की मेडिकल जांच की। दौड़ में चयनित युवकों को अगले राउंड में भेजा गया, जहां उनके दस्तावेजों की जांच के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा ली गई। शारीरिक दक्षता में सबसे पहले 9 फीट लम्बाई के गड्ढे को कूद कर पार कराया गया। इसके बाद संतुलन जांच की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। चिनअप लगवाकर बाजुओं का दमखम परखा गया। साथ ही चयनित युवा लम्बाई और छाती की नाप सहित शारीरिक दक्षता के विभिन्न चरणों से गुजरे। शारीरिक दक्षता परीक्षा की प्रक्रिया दोपहर तीन बजे तक हुई। इसके बाद सेना के मेडिकल बोर्ड ने चयनित युवाओं की मेडिकल जांच की। सेना भर्ती के लिए रोजाना हजारों युवा प्रदेश के साथ देश के अन्य राज्यों से आ रहे हैं। भर्ती रैली 12 सितम्बर तक चलेगी। भीड़ नहीं रहने के लिए रोडवेज ने अतिरिक्त बसें चलाई हैं, ताकि भर्ती रैली में शामिल होने के बाद युवा वापस अपने गृह क्षेत्र में लौट सकें। शहर में हजारों युवाओं के आने से खाने-पीने के सामान बेचने वालों की ग्राहकी बढ़ी है। श्रीगंगानगर मार्ग के होटलों पर तो सुबह-शाम खाना खाने के लिए युवाओंभी भीड़ रहती है।