गाडि़यों के नम्बर बदलकर ई-रवन्ना काटने का खेल धर्मकांटों पर लम्बे समय से चल रहा था। इसके बावजूद खान व परिवहन विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। इसका खुलासा होने के बावजूद खान विभाग ने अब तक न तो दोषी ट्रक मालिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और ना ही धर्मकांटा संचालकों पर। इसके विपरित जिन ट्रक मालिकों के घर लाखों रुपए के ई-रवन्ना चालान भेजे, उन्हीं से जुर्माना का तकाजा किया जा रहा है।
यूं चला फर्जीवाड़े का खेल
१६ मार्च २०१९ को नागौर के खींवसर में लाइम स्टोन से भरे एक ट्रक की ई-रवानगी काटी जाती है। ट्रक अजमेर परिवहन विभाग से रजिस्टर्ड है, लेकिन धर्मकांटे पर बीकानेर परिवहन विभाग से रजिस्टर्ड ट्रक के नम्बर लिखे जाते हैं। अब इस खेल को यूं समझें।
अधिकारियों पर हो कार्रवाई
&परिवहन और खान विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते ट्रक मालिकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। दोनों विभागों के अधिकारी वर्षभर राजस्व वसूली में जुटे रहते हैं। इन्हें फर्जीवाड़े से कोई सरोकार नहीं है। फर्जीवाड़ा करने वालों को शह दी जाती है। इस प्रकरण में दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
हनुमान प्रसाद शर्मा, अधिवक्ता सलाहकार समिति बीकानेर।