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कुंभकारों में लॉकडाउन की निराशा खुशी में बदली

locationबीकानेरPublished: Aug 02, 2020 01:10:12 am

Submitted by:

Jaibhagwan Upadhyay

bikaner news – The disappointment of the lockdown turned into joy in the Aquarius.

कुंभकारों में लॉकडाउन की निराशा खुशी में बदली

कुंभकारों में लॉकडाउन की निराशा खुशी में बदली

राम मंदिर शिलान्यास पर दीप जलाने की घोषणा के बाद दीपक बनाने में जुटे
अयोध्या भूमि पूजन
एक्सक्लूसिव स्टोरी
जयभगवान उपाध्याय
बीकानेर.
गंगाशहर का बाबूलाल प्रजापत और उसका परिवार दीपक बनाने में मशगूल है। यह तैयारी दीपावली की नहीं हो रही, बल्कि अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण से पूर्व शिलान्यास की है। असल में शिलान्यास के दिन देशभर में घी के दीये जलाने की घोषणा के बाद मटकियां और पौधों के गमले बनाने के काम को छोड़कर गंगाशहर के कुम्हार समुदाय के लोगों ने मिट्टी के दीए बनाने शुरू कर दिए हैं। लॉकडाउन और कफ्र्यू की आर्थिक मार झेल चुके कुम्हार समुदाय के लोगों को ५ अगस्त के दिन होने वाले शिलान्यास से खासी उम्मीदें हैं।

ऑर्डर भी मिलने लगे
गंगाशहर स्थित कुम्हारों के मोहल्ले में रहने वाले भंवर प्रजापत ने बताया कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर और उसके शिलान्यास को लेकर भले ही राजनीति हो रही हो, लेकिन उन्हें बीकानेर ही नहीं अन्य जिलों से भी दीपक बनाने के ऑर्डर मिलने शुरू हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि बीकानेर के कई संगठनों ने एक साथ बीस हजार दीए बनाने के ऑर्डर दिए हैं, वहीं कुछ अन्य संगठनों ने दीपक बनाने की हामी भरी है।

इसबार नहीं बिकी मटकियां
भंवर प्रजापत ने बताया कि इस बार लॉकडाउन और कफ्र्यू के कारण मटकियों और पौधों के गमलों का कारोबार मंदा ही रहा। राममंदिर शिलान्यास से पूर्व इस बात की चिंता सता रही थी कि आर्थिक मंदी के दौर से कैसे निकल पाएंगे, लेकिन जैसे ही अध्योध्या में राम मंदिर शिलान्यास की तैयारियां शुरू हुई, वैसे यहां भी ऑर्डर मिलने शुरू हो गए। बाबूलाल ने बताया कि यहां ऐसा कोई मकान नहीं है, जहां मिट्टी के दीए बनाने का काम नहीं हो रहा हो।

इसलिए ज्यादा मिल रहे ऑर्डर
मोहल्ले के श्याम लाल प्रजापत ने बताया कि प्रधानमंत्री की स्वरोजगार और लोकल को लेकर की गई घोषणा तथा चाइना के विरोध को देखते हुए उनके कारोबार से उन्हें इस बार ज्यादा उम्मीद जगी है। लोग रोशनी के लिए इस बार दीपावली में चाइना उत्पादों का कम प्रयोग करेंगे, यहीं सोचकर दीपक बनाने का काम जोरों पर चल रहा है।

एक रुपए का एक दीपक
दीपक बनाने वाले देव किशन ने बताया कि फिलहाल प्रति दीपक एक रुपए में बेचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि ज्यादा संख्या में दीपक का ऑर्डर मिलने पर दरों में कुछ छूट भी दी जा रही है।
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