कोरोना के खौफ से बड़ा पुलिस ड्यूटी का फर्ज
आरोपी को नहाने और सैनेटाइज करने के बाद करते है हवालात में बंद
तीन थानों में आरोपी निकल चुके पॉजिटिव

बीकानेर। कोरोना से पुलिस खौफ में हैं लेकिन ड्यूटी के आगे हर तरह के खौफ बौने साबित हो रहे हैं। कोरोना में ड्यूटी के साथ ही चोर, नकबजन, लुटेरे व तस्करों को पकडऩा जरूरी है, लेकिन इस बीच थानों में गिरफ्तार आरोपियों के कोरोना पॉजिटिव निकलने से पुलिस असमंजस में है।
बीकनेर जिले में अब तक तीन थानों में ४ कोरोना पॉजिटिव आरोपी मिल चुके हैं। वहीं बीछवाल थाने के आठ पुलिसकर्मी और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के १५ जवान कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इनके संपर्क में आए करीब ७०-७५ पुलिस जवानों को होम क्वारेंटीन किया गया है। अब पुलिस खुद छोटे मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार करने से कतरा रही है, लेकिन पेंडेंसी व आरोपियों के खतरे को देखते हुए कोरोना के खतरे को भूल आरोपियों की धरपकड़ कर रही है।
अब तक इन थानों पर कोरोना का साया
बीकानेर जिले में कोरोना को लेकर पुलिस लगातार परेशान है। अब तक नोखा, लूणकरनसर, नयाशहर में कोरोना पॉजिटिव आरोपी व परिवादी मिले हैं। ऐसे में पॉजिटिव आरोपियों के संपर्क में आने वाले पुलिस कर्मचारियों को होम क्वारेंटीन किया गया।
सबसे बड़ी परेशानी, जेल भेजने से पहले आरोपी की कोरोना रिपोर्ट जरूरी
सरकार के निर्देशानुसार जेल प्रशासन ने व्यवस्था कर रखी है कि किसी भी आरोपी को जेल में तब ही लिया जाएगा, जब उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आएगी। इससे पुलिस की परेशानी और बढ़ गई। कई मामलों में गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेजने का आदेश मिलता है तो पुलिस पहले उसकी कोरोना रिपोर्ट करवाती है। कोरोना रिपोर्ट मिलने में देरी होने पर पुलिस को उसकी सुरक्षा सहित अन्य इंतजाम खुद ही करने पड़ते हैं जो बेहद दिक्कत वाले होते हैं।
पुलिस की जिम्मेदारी ज्यादा
शहर में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना से हर वर्ग डरा हुआ और चिंतित है। शहर हो याय गांव जिस इलाके में कोई संक्रमित निकलता है तो उस इलाके में निगरानी की जिम्मेदारी पुलिस की होती है। साथ ही गिरफ्तारी, पूछताछ न्यायाल्य में पेश करने तक पुलिसकर्मी आरोपियों से सीधे संपर्क में रहते हैं। पुलिस जवान बिना साधन संसाधन के लोगों के सीधे संपर्क में आते हैं, जिससे पुलिस कर्मचारियों को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
बीछवाल थाने के आठ जवान पॉजिटिव निकले
नोखा और नयाशहर थाने में पकड़े गए आरोपी जांच में पॉजिटिव आए थे। इसके बाद कई पुलिस कर्मचारियों को क्वारेंनटीन किया गया। हाल ही में बीछवाल थाने के आठ पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं। उनके संपर्क में आए सभी पुलिस कर्मचारियों को क्वारेंटीन किया गया। इतना ही नहीं पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के करीब १५ जवान भी संक्रमित हुए हैं। कोरोना वॉरियर के रूप में पुलिस जवान व अधिकारी ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन कोरोना उनका हौसला पस्त नहीं कर पाया है।
पुलिस ने खुद ही निकाले बचावे के उपाय
- पुलिस ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए खुद ही कारगार उपाय निकाले जो काफी हद तक ठीक भी है।
- आरोपी को पकड़ते समय हाथों में दस्ताने, फेस मास्क का इस्तेमाल करती है।
- आरोपी को थाने लाने पर उसको नहला कर व सैनेटाइजर करने के बाद ही हवालात में बंद करती है।
- आरोपी की कोरोना जांच तुरंत कराई जाती है।
- आरोपी को खाने-पीने आदि की व्यवस्था डिस्पोजल में करती है।
- आरोपी को पकडऩे वाली टीम जब तक आरोपी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आती, पूरे स्टाफ से अलग रहती है।
हौसलों से जीत रही पुलिस
कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। कौन, कब पॉजिटिव हो पता लगाना मुश्किल है। कई आरोपी व पुलिसकर्मी पॉजिटिप हो चुके हैं फिर भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है। हौसले और सकारात्मक सोच से पुलिस कोरोना से जीत रही है। कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन का खतरा है लेकिन पुलिस अपने काम व फर्ज से कभी पीछे नहीं हटेगी।
प्रहलादसिंह कृष्णियां, पुलिस अधीक्षक
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