इसी क्रम में विभाग के अधिकारियों ने बैंकों से एक अप्रेल 2016 से 8 नवम्बर 2016 के बीच नकद जमा करवाने वाले खाता-धारकों की जानकारी भी मांगी है। यह जानकारी उपलब्ध होने के बाद संदिग्ध खातों की जांच के लिए विभाग के अधिकारी बैंक खातों की जांच शुरू कर देंगे।
ऑन लाइन देनी होगी सूचना आयकर विभाग को संदिग्ध बैंक खातों की जानकारी ऑन लाइन देनी होगी। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग के अधिकारियों को यह जानकारी आयकर विभाग के नियम 114 बी एवं 114 ई के तहत मांगी गई है। जो फार्म नम्बर 61 ए में ऑन लाइन देनी होगी।
आयकर विभाग (आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण) की निदेशक मनीषा चन्द्रा ने इस संबंध में सभी आयकर अधिकारियों को सूचित कर दिया है। उन्होंने नोटबंदी के दौरान सीमा से ऊपर जमा हुई राशि के बारे में गहनता से जांच करने के निर्देश दिए हैं।
बैंक खातों में जमा हुई करोड़ों की रकम आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो बैंक खातों में नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपए की राशि जमा हुई है। इसमें कई प्रकरण एेसे भी सामने आए हैं, जिनमें खाता-धारकों ने एक ही नहीं बल्कि अपने नाम कई खातों में अलग-अलग राशि जमा करवाई है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों यहां कोतवाली थाना क्षेत्र के एक ज्वैलर्स ने अपने बैंक खातों में करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि जमा करवाई थी। विभाग ने इस राशि को संदिग्ध मानते हुए अब जांच शुरू कर दी है। इसी प्रकार आयकर विभाग ने सैंकड़ों खाता-धारकों को नोटिस जारी कर उनसे बैंक में जमा करवाई गई राशि की जानकारी मांगी है।