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बीकानेर : 11 हजार छात्रों के बीच छह साल बाद मिला एक पीटीआइ

The largest government dungar college of Bikaner division : हालात: संभाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर कॉलेज का हाल; कॉलेज आयुक्तालय और कॉलेज प्रशासन हरकत में आया

बीकानेरAug 19, 2019 / 04:41 pm

Jitendra

The largest government dungar college of Bikaner division

बीकानेर : 11 हजार छात्रों के बीच छह साल बाद मिला एक पीटीआइ

बीकानेर. बीकानेर संभाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय में करीब छह साल बाद एक नियुक्त किया गया है। इससे पहले कॉलेज में पीटीआइ नहीं होने से खिलाडि़यों में काफी रोष था। राजस्थान पत्रिका में २ अगस्त को ‘कॉलेजों में नहीं पीटीआई, खिलाडि़यों को तराशे कौनÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित करने के बाद कॉलेज आयुक्तालय व कॉलेज प्रशासन हरकत में आया।
नेमीचंद शर्मा राजकीय महाविद्यालय सुजानगढ़ चूरू को राजकीय डूंगर महाविद्यालय में स्थानांतरण किया गया है। लेकिन नेमीचंद शर्मा ने अभी तक पदभार ग्रहण नहीं किया है। डूंगर कॉलेज में अब ११ हजार विद्यार्थियों पर एक ही पीटीआइ है। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि इससे पहले कॉलेज में हुकमचंद ओझा पीटीआइ थे, जो 30 जुलाई 2013 को सेवानिवृत हुए थे। 
उसके बाद कॉलेज में पीटीआइ की नियुक्ति नहीं हुई है। कॉलेज प्रशासन की ओर से व्याख्याताओं को पीटीआइ का अतिरिक्त कार्यभार दे रखा था। कॉलेज में व्याख्याताओं के अलावा विभिन्न खेल कमेटियां भी बनाई हुई थी। इससे कई खिलाडि़यों को अपनी टीम बनाने व प्रतियोगिता खेलने में काफी परेशानी होती थी। छात्रों ने बताया कि कॉलेज में एक पीटीआइ से कुछ नहीं होने वाला है। यहां करीब चार से पांच पीटीआइ होंगे तब ही कॉलेज में खिलाडि़यों की प्रतिभाएं निखरेंगी। इस कॉलेज में सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र से विद्यार्थी आते है जो पढ़ाई के साथ खेल में भी अच्छे होते है, लेकिन खेल प्रशिक्षण नहीं मिलने से खिलाड़ी आगे नहीं बढ़ पा रहे है।
इनका कहना है
कॉलेज में तीन या चार पीटीआइ होने चाहिए। अभी एक ही पीटीआइ की नियुक्ति हुई। बाकी अन्य पीटीआइ के लिए सरकार को पत्र लिखेंगे।
डॉ. सतीश कौशिक, प्राचार्य, राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर

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