शहर के अंदरुनी क्षेत्र में पिछले १३ दिनों में २८७ मरीज रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुके हैं। यह हालात बड़े ही विकट है। हर दिन मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं। आमजन की लापरवाही के साथ-साथ जिला प्रशासन की अनदेखी से लोगों की जान पर बन रही है।
रात में कफ्र्यू के आदेश भी हवा
रात में दस बजे से सुबह पांच बजे तक जिला कलक्टर की ओर से कफ्र्यू के आदेश जारी हो रखे हैं। इसके बावजूद रात की १२ बजे तक शहरभर में आवागमन रहता है। रात्रिकालीन गश्त भी गायब है। पुलिस केवल मास्क और हेलमेल के चालान बनाने में मशगूल है। सुबह और शाम के समय पुलिस केवल चालान बनाकर सख्ती की इतिश्री कर रही है।
रात में दस बजे से सुबह पांच बजे तक जिला कलक्टर की ओर से कफ्र्यू के आदेश जारी हो रखे हैं। इसके बावजूद रात की १२ बजे तक शहरभर में आवागमन रहता है। रात्रिकालीन गश्त भी गायब है। पुलिस केवल मास्क और हेलमेल के चालान बनाने में मशगूल है। सुबह और शाम के समय पुलिस केवल चालान बनाकर सख्ती की इतिश्री कर रही है।
पहले था ऐसे
बीकानेर में तीन अप्रेल को कोरोना के तीन रोगी रिपोर्ट हुए। कोरोना रिपोर्ट होने पर संबंधित मरीज के मकान व क्षेत्र के आसपास एक किलोमीटर की परीधी में कफ्र्यू लगाया जाता था। क्षेत्र में जीरो मोबीलिटी घोषित किया जाता था। कफ्र्यू की घोषणा के बाद पूरे क्षेत्र की सील कर हर गतिविधि प्रतिबंधित कर दी जाती थी। मोहल्ले में आने-जाने वाले मार्गों पर बेरिकेट्स लगाकर कफ्र्यू वाले क्षेत्र में केवल दूध, सब्जी व दवा वालों को छूट दी जा रही थी। २४ घंटे पुलिस जवान नाकों पर तैनात रहते थे।
अब कागजों में कफ्र्यू
अब कोरोना पॉजिटिव आने पर उसे लाने में भी स्वास्थ्य विभाग घंटो लगा देता है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी आराम से मौका-मुआयना करते हैं। जिला प्रशासन की ओर से कफ्र्यू के आदेश होते हैं लेकिन केवल इतिश्री के तौर पर कार्रवाई होती है। कफ्र्यू के आदेश के कई घंटों बाद पुलिस प्रभावित घर के आसपास गली में बल्लियां (बेरिकेट्स) लगाकर रास्ता अवरुद्ध कर अपना काम कर लेती है। अब पुलिस जवान महज कभी-कभार ही दिखाई देते है, शेष इलाके आमजन के भरोसे ही है।
अब कोरोना पॉजिटिव आने पर उसे लाने में भी स्वास्थ्य विभाग घंटो लगा देता है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी आराम से मौका-मुआयना करते हैं। जिला प्रशासन की ओर से कफ्र्यू के आदेश होते हैं लेकिन केवल इतिश्री के तौर पर कार्रवाई होती है। कफ्र्यू के आदेश के कई घंटों बाद पुलिस प्रभावित घर के आसपास गली में बल्लियां (बेरिकेट्स) लगाकर रास्ता अवरुद्ध कर अपना काम कर लेती है। अब पुलिस जवान महज कभी-कभार ही दिखाई देते है, शेष इलाके आमजन के भरोसे ही है।
इन थाना क्षेत्रों में इतने क्षेत्र में लग चुका कफ्र्यू
पुलिस थाना क्षेत्र
सिटी कोतवाली २३
कोटगेट १८
सदर १८
नयाशहर ६४
गंगाशहर १७
जेएनवी १५
बीछवाल २
कुल १५७
इन थाना क्षेत्रों में इतने इलाकों से हटा कफ्र्यू
पुलिस थाना क्षेत्र
सिटी कोतवाली १
कोटगेट १
सदर १
नयाशहर ५
गंगाशहर २
जेएनवी १
बीछवाल १
कुल १२