राजस्थान के हिस्से में पांच साल की कार्य योजना बनाई गई है। वहीं पंजाब की तरफ तीन साल की कार्य योजना बनाई गई है।
तिथि का निर्धारण नहीं नहरबंदी कब से शुरू होगी, इसकी तिथि फिलहाल तय नहीं की गई है। नहर विभाग के अनुसार इस बार मार्च के अंतिम सप्ताह में नहरबंदी शुरू हो सकती है। इसमें राजस्थान के हिस्से में 30 दिन पूरी तरह से नहरबंदी रहेगी। इसके बाद केवल पीने का पानी दिया जाएगा। सिंचाई वहीं पंजाब के हिस्से में पूरे 70 दिनों तक नहर बंद रहेगी।
तिथि का निर्धारण नहीं नहरबंदी कब से शुरू होगी, इसकी तिथि फिलहाल तय नहीं की गई है। नहर विभाग के अनुसार इस बार मार्च के अंतिम सप्ताह में नहरबंदी शुरू हो सकती है। इसमें राजस्थान के हिस्से में 30 दिन पूरी तरह से नहरबंदी रहेगी। इसके बाद केवल पीने का पानी दिया जाएगा। सिंचाई वहीं पंजाब के हिस्से में पूरे 70 दिनों तक नहर बंद रहेगी।
यह है बजट
पंजाब की तरफ राजस्थान फीडर में तीन साल तक मरम्मत का कार्य चलेगा। इसका बजट 1305 करोड़ रुपए निर्धारित है। वहीं राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर में मरम्मत कार्य के लिए पांच साल की योजना है। इसके लिए 1364 करोड़ का बजट निर्धारित है। इस राशि में हर साल नहर में लाइनिंग का कार्य कराया जा रहा है।
पंजाब की तरफ राजस्थान फीडर में तीन साल तक मरम्मत का कार्य चलेगा। इसका बजट 1305 करोड़ रुपए निर्धारित है। वहीं राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर में मरम्मत कार्य के लिए पांच साल की योजना है। इसके लिए 1364 करोड़ का बजट निर्धारित है। इस राशि में हर साल नहर में लाइनिंग का कार्य कराया जा रहा है।
यूं मिलता है पानी सतलज, राबी, व्यास नदी से पानी होता हुआ फिरोजपुर स्थित हरिके बैराज में आता है। यहां से इंदिरा गांधी मुख्य नहर
में पानी छोड़ा जाता है। राजस्थान के हिस्से में चलने वाली नहर को इंदिरा गांधी फीडर और पंजाब के हिस्से में इसे
में पानी छोड़ा जाता है। राजस्थान के हिस्से में चलने वाली नहर को इंदिरा गांधी फीडर और पंजाब के हिस्से में इसे
राजस्थान फीडर कहते हैं। नहरबंदी में प्रदेश के कई जिले प्रभावित होंगे। इसमें बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, चूरू, झुंझुनूं सहित कई जिलों म नहरबंदी का असर रहेगा। इसके अलावा इन जिलों से जुड़े क्षेत्र भी
शामिल है।
शामिल है।
यह फीडर 16 से बंद पंजाब के हिस्से में सरहिन्द फीडर में एक दशक बाद फिर मरम्मत कार्य शुरू होगा। इस दौरान सरहिन्द
फीडर में 35 दिन नहरबंदी रहेगी। यह फीडर 16 नवंबर से 20 दिसंबर तक बंद रहेगा। इसमें 20 किमी तक
फीडर में 35 दिन नहरबंदी रहेगी। यह फीडर 16 नवंबर से 20 दिसंबर तक बंद रहेगा। इसमें 20 किमी तक
मरम्मत कराई जाएगी। इस फीडर के लिए तीन साल में 75 किमी तक मरम्मत का कार्य होना है। नहर विभाग के अनुसार
इस नहर की मरम्मत से राजस्थान के हिस्से की नहर को भी फायदा मिलेगा। हलांकि इस
इस नहर की मरम्मत से राजस्थान के हिस्से की नहर को भी फायदा मिलेगा। हलांकि इस
नहरबंदी से प्रदेश में असर नहीं होगा। विभाग को कराया अवगत
नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रहे, इसके लिए जलदाय विभाग को अवगत कराया है। जल्द ही एक बैठक जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ होनी है। मार्च के अंत तक नहरबंदी प्रस्तावित है। तिथि जल्द ही तय
की जाएगी।
नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रहे, इसके लिए जलदाय विभाग को अवगत कराया है। जल्द ही एक बैठक जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ होनी है। मार्च के अंत तक नहरबंदी प्रस्तावित है। तिथि जल्द ही तय
की जाएगी।
विनोद मित्तल, मुख्य अभियंता (हनुमानगढ़ उत्तर)