घरों के गंदे पानी की सीवर लाइन जाम होने से गंदा पानी उपस्वास्थ्य केंद्र के कमरों में रोजाना घुस जाता है। इसके पास ही सरकारी विद्यालय भी है जिसकी दीवार इस पानी से घिरी रहती है और अब दीवार गिरने के कगार पर है। पास में ही हनुमानजी का मन्दिर व टेक्सी स्टैण्ड है। यहां रोजाना सैकडों लोगों का आना जाना रहता है लेकिन मुख्य रास्ता गंदे पानी से जाम सा रहता है। उपस्वास्थ्य केंद्र में गंदा पानी घुसने से कमरों में दुर्गंध आने लगी है।फिलहाल यहां एएनएम का पद रिक्त होने से यह स्वास्थ्य केंद्र बंद रहता है लेकिन जब भी टीकाकरण शिविर लगता है तो यहां कर्मचारियों को कमरों में खड़े रहकर ही बच्चों का टीकाकरण करना पड़ता है। इससे कर्मचारियों के साथ मरीजों व परिजनों को परेशानी झेलनी पड़ती है और कर्मचारी दिनभर गंदा पानी बाहर निकालने में लगे रहते हैं।
गौरतलब है कि गांव में ग्रामीण लम्बे समय से गंदे पानी निकासी की समस्या से जूझ रहे है। इस समस्या को लेकर स्थानीय विधायक व जिला कलक्टर को भी अवगत करवा चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस है। गलियों में गंदा पानी जमा होने से मच्छर पनप रहे है तथा बीमारियां फैलने की आशंका रहती है। बारिश के दौरान स्थिति और भी विकट हो जाती है और कई दिनों तक गलियों में आवागमन बंद हो जाता है। इससे खासकर बच्चों व बुजुर्गों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव में जल्द पानी निकासी की व्यवस्था करवाने की मांग की है।