सुसाइड नोट में लालचंद ने टीबी की बीमारी के कारण आत्महत्या करना और इसके लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं होने की बात कही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया। मृतक के चाचा कुंभाराम की ओर से दर्ज रिपोर्ट में लालचंद के कार्ड बांटने की कहकर घर से निकलना बताया गया है।
खुशियां मातम में बदली
गुसाईंसर बड़ा गांव के छह नंबर गली स्थित सोनाराम के घर में रविवार को बेटे की शादी की तैयारियां चल रही थी।जैसे ही सुबह करीब ११ बजे लालचंद की मौत की खबर पहुंची, शादी की खुशियां मातम में बदल गई। मां-बहनों, भाइयों व पिता का रो-रो कर बुरा हाल था। दोपहर बाद शव गांव पहुंचा तो परिजनों के साथ ग्रामीणों की भी रुलाई फूट पड़ी।
गुसाईंसर बड़ा गांव के छह नंबर गली स्थित सोनाराम के घर में रविवार को बेटे की शादी की तैयारियां चल रही थी।जैसे ही सुबह करीब ११ बजे लालचंद की मौत की खबर पहुंची, शादी की खुशियां मातम में बदल गई। मां-बहनों, भाइयों व पिता का रो-रो कर बुरा हाल था। दोपहर बाद शव गांव पहुंचा तो परिजनों के साथ ग्रामीणों की भी रुलाई फूट पड़ी।
कार्ड पर लिखा सुसाइड नोट
थानाधिकारी ने बताया कि लालाराम के पास मिले उसी की शादी के कार्ड पर सुसाइड नोट लिखा मिला। उसमें लिखा था, ‘मैं टीबी की बीमारी से परेशान हूं, अपनी मर्जी से मर रहा हूं। इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। पुलिस ने इसे कब्जे में लेकर जांच शुरू की है।
थानाधिकारी ने बताया कि लालाराम के पास मिले उसी की शादी के कार्ड पर सुसाइड नोट लिखा मिला। उसमें लिखा था, ‘मैं टीबी की बीमारी से परेशान हूं, अपनी मर्जी से मर रहा हूं। इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। पुलिस ने इसे कब्जे में लेकर जांच शुरू की है।