वहीं शोभासर जलाशय में गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे तक पानी आना शुरू हो जाएगा। जलदाय विभाग के अधिकारियों की मानें तो पहले दो-तीन दिन तक तीस फीसदी सुधार के साथ तथा उसके बाद पूरे पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
अलर्ट मोड में अधिकारी-कार्मिक
पानी की किल्लत दूर करने के लिए जलदाय विभाग के अधिकारी दिन-रात लगे हुए हैं। दो दिन पंजाब और हरियाणा बोर्डर पर पानी की निगरानी के लिए डेरा डाले अधिकारियों ने मंगलवार को बीकानेर पहुुंचने के साथ ही बुधवार से शुरू किए जाने वाले पानी की आपूर्ति को लेकर मंथन करते दिखाई दिए। जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि आमजन को पानी की किल्लत से उबारने के लिए अधिकारी और कार्मिक पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि २४ घंटे राउंड द क्लॉक ड्यूटी दे रहे कार्मिक पानी आपूर्ति और उसकी शुद्धता को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहते। शर्मा ने बताया कि पानी की केमिकल रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन पानी मटमैला है। मटमैले पानी को साफ करने के लिए विभाग ने पहले से ही तैयारी कर रखी है।
लीकेज होने पर करें शिकायत
विभागीय अधिकारियों के अनुसार करीब एक माह बाद लोगों को पानी की पर्याप्त आपूर्ति देने के साथ ही अधिकारी और कार्मिक लीकेज की भी पूरी निगरानी रखेंगे। उन्होंने बताया कि अगर कहीं पानी की लीकेज होती दिखाई दे तो आमजन इसकी जानकारी विभागीय दूरभाष नम्बर 0151-2226454 पर दे सकते हैं। लीकेज को तुरंत दूर करने के प्रयास किए जाएंगे।
पानी की बर्बादी नहीं कर सकेंगे
विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि नहरबंदी भले ही समाप्त हो गई हो, लेकिन आमजन पानी को लेकर अनदेखी नहीं बरत सकेंगे। विभागीय अधिकारियों के ध्यान में अगर ऐसे प्रकरण आते हैं जिसमें पानी की बर्बादी की जा रही है तो संबंधित व्यक्ति के घर या संस्थान के पानी का कनेक्शन आगामी आदेश तक काट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि घरों के बाहर पानी का छिड़काव, वाहनों की धुलाई जैसे कार्य पीने के पानी से नहीं किए जा सकेंगे।