ग़ौरतलब है कि इस सीएचसी में सभी रिक्त पदों पर कभी भी चिकित्सक पुरे नही लगाये गए वहीँ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ का पद तो 6-7 सालों से रिक्त चल रहा है जिससे महिला मरीजों को अस्पताल से कोई स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल रही है। अस्पताल में औसतन 400 मरीजों का आउटडोर रहता है
लेकिन एक चिकित्सक आखिर कितने मरीज देखे जिसके चलते मरीजों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिलने से शारीरिक, आर्थिक व मानसिक रूप से परेशानी उठाकर निजी क्लीनिकों में उपचार करवाने या
बीकानेर जाकर उपचार करवाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कस्बेवासियों ने अस्पताल में चिकित्सको के लम्बे समय से रिक्त चल रहे पद भरने की मांग की है।
सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों और घायलों को दी श्रद्धांजलि
नोखा. यहां जिला परिवहन अधिकारी व सड़क सुरक्षा समिति के तत्वावधान में रविवार को वल्र्ड रिमेम्बर डे पर नगरपालिका टाऊन हॉल में आयोजित कार्यशाला में सड़क हादसों में मृतकों व घायलों को श्रद्धांजलि दी गई। सड़क सुरक्षा समिति के रामस्वरूप ने बताया कि कार्यशाला की अध्यक्षता जिला परिवहन अधिकारी ग्यारसीलाल मीणा ने की।
मुख्य अतिथि एसआई जसवीर, विशिष्ट अतिथि तहसीलदार धन्नाराम गोदारा व सुरजाराम थे। इस अवसर पर परिवहन निरीक्षक बृजेश कुमार, रायङ्क्षसह, कुलदीप आदि ने हेलमेट के उपयोग पर बल दिया। कार्यक्रम में वृतचित्र के माध्यम से सड़क सुरक्षा सम्बन्धी जानकारी दी गई। संचालन जयकरण चारण ने किया।
विद्युत परियोजना को फिर से शुरू किया जाए
दियातरा. श्रीकोलायत विधायक भंवरसिंह भाटी ने नेवली लिग्नाइट परियोजना की बंद बरसिंहसर ताप विद्युत परियोजना को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर केंद्रीय कोयला एवं ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है। विधायक भाटी ने पत्र में बताया कि बीकानेर जिले में ऊर्जा मंत्रालय के अधीन दो परियोजनाएं स्वीकृत की गई थी।
जिले के बरसिंहसर में 250 मेगावाट तथा बीठनोक में भी 250 मेगावाट की ताप विद्युत गृह विस्तार परियोजना केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत की गई थी। दोनों परियोजनाओं का प्राथमिक ढांचागत निर्माण कार्य भी 2016 में शुरू कर दिया गया था लेकिन पिछले छह माह से दोनों परियोजनाओं का निर्माण कार्य बंद है। विधायक भाटी ने बताया कि इन परियोजनाओं के शुरू होने से सीमावर्ती इलाकों में बिजली आपूर्ति में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। साथ ही बेरोजगारी से भी निजात मिलेगी।