बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर से सटी गोचर पर पिल्लर लगाकर दीवार बनाने का काम 17 जून से शुरू होगा। पहले चरण में 3 किलोमीटर दीवार बनेगी। इस अवसर पर भाटी ने कहा कि गोचर की सरकार के स्तर पर अनदेखी होने से गोचर से मिलने वाले फायदों से समाज वंचित रह रहा है। अब समाज ही आगे आकर सर्वजन हिताय गोचर का विकास का जिम्मा ले रहा है। बैठक में गोचर के समग्र विकास के साथ संरक्षण और सुरक्षा के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। भाटी ने पहले चरण में ढाई लाख रुपए सरेह नथानिया गोचर विकास समिति अध्यक्ष ब्रज रतन किराडृ को देने की घोषणा की। भाटी हर वर्ष अपनी मां की स्मृति में आर्थिक सहयोग देंगे।
बैठक में महावीर रांका, देव किशन चांडक, प्रताप सिंह आदि ने सुझाव रखे। राजेन्द्र सिंह देवड़ा, मोहन सिंह नाल, राम प्रताप डूडी, प्रेम लेघा, भूरा राम जाखड़, अजित सिंह सिसोदिया, सद्दीक खां,मेघ दास साध, सूरज प्रकाश राव, तेज भाटी, हंस राज भादू, भंवर भादू, गोविंद बल्लभ किराडू, मन्नू सेवग, खींवराज थानवी आदि ने गोचर विकास में सहयोग का संकल्प जताया।