नगर निगम के भण्डार में शनिवार से पांच दर्जन से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉलियां, डम्पर, टैक्सियां कचरे से भरे खड़े थे। सुबह कचरे से भरे वाहन शिवबाड़ी क्षेत्र पहुंचे, तो स्थानीय लोगों ने कचरा डालने पर विरोध जताया। मौके पर मौजूद थाना पुलिस ने लोगों को समझाया। इसके बाद भी कुछ लोग विरोध करते रहे। वहीं करमीसर रोड स्थित खाई में भी कचरा खाली कराया गया। यहां भी स्थानीय लोगों ने विरोध किया। बाद में पुलिस पहरे में यहां दो दर्जन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरा कचरा खाली करवाया गया। इस दौरान निगम अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद रहे।
मृत पशु डालने पर विरोध करमीसर रोड स्थित खाई में कचरा डालने पहुंची एक ट्रैक्टर ट्रॉली में मृत पशु होने पर लोगों ने कड़ा विरोध किया। उन्होंने ट्रॉली को खाली नहीं करने दिया। बाद में पुलिस, निगम अधिकारियों ने लोगों को आश्वस्त किया कि कचरे के साथ मृत पशु नहीं डाले जाएंगे। अधिकारियों ने ठेकेदार फर्म के प्रबंधक को भी पाबंद किया कि कचरे के साथ मृत पशु नहीं लाएं।
सड़कों पर पड़ा 500 टन कचरा विरोध के चलते शुक्रवार से चरमराई कचरा संग्रहण व्यवस्था के कारण रविवार शाम तक सड़कों पर करीब 500 टन कचरा पड़ा रहा। बदबू, गंदगी से लोग परेशान रहे। जगह-जगह कचरे की ढेर लगे रहे। जानकारी के अनुसार निगम रोजाना लगभग 250 टन कचरा एकत्र करता है। शुक्रवार को अवकाश, शनिवार को विरोध के चलते पूरा कचरा संग्रहित नहीं हो सका। घर-दुकानों में दीपावली की सफाई शुरू होने से कचरे की मात्रा बढ़ गई। निगम और अनुबंधित फर्म की ओर से शहर से रोजाना 160 ट्रॉली कचरा उठाया जाता है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार, शनिवार को 320 ट्रॉली के स्थान पर महज 60 ट्रॉली कचरा ही उठ पाया। करीब 260 ट्रॉली कचरा सड़कों पर पड़ा है।