अनाथ दिवस की पूर्व संध्या पर आईएएस अधिकारी एवं यूआईटी सचिव आर. के. जायसवाल ने अपना घर आश्रम में अनाथों के साथ कैरम खेला। पत्रिका की ओर से अनाथ दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता डी.पी. पच्चीसिया, नरेश मित्तल, दिनेश सक्सेना तथा अपना घर आश्रम के सचिव अशोक मूधड़ा ने आयोजित खेल कार्यक्रमों में शिरकत की। इस दौरान अपना घर के राजू शर्मा तथा रमेश राठी ने सेवाएं दी। इस दौरान अनाथ आश्रितों ने गेंद खेली तथा भजन-कीर्तन किया। आयोजन के दौरान आए मेहमानों ने अनाथों के साथ घुल-मिलकर सौहार्द का वातावरण बनाया। अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शरीक हुए आईएएस अधिकारी आर. के. जायसवाल ने अपना घर आश्रम की व्यवस्थाएं देखी। विजय नाथ बीमारी की हालत में अपना घर लाया गया। पंजाब के लुधियाना से अनाथ होने के कारण किसी ने अपना घर भिजवा दिया। यहां उसका इलाज किया गया। अब ठीक है। आगे-पीछे कोई नहीं है। ठीक होने के बाद अपना घर की रसोई के काम में सहयोग करता है। युवक अखिल कचरा बीनने का कार्य करता था। कचरा बीनने के दौरान खंभे से करंट लगने पर बुरी तरह झुलस गया। इसे गंभीर हालात में जोधपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां अनाथ होने के कारण ज्यादा दिन नहीं रखा गया। वहां से अपना घर भेज दिया गया। यहां पूरी सेवा-सुश्रुषा की गई। चिकित्सा के बाद अखिल के सारे घाव ठीक हो गए। अब वह पैर से लाचार है। उसके पैर का ऑपरेशन होना है। फिर भी अपना घर में अन्य साथियों की सेवा में लगा रहता है। रामदेवरा में छत से गिरने पर घायल विश्वनाथ कई दिनों तक जोधपुर में भर्ती रहा। वहां से इसे अपना घर लाया गया। इसके हाथ-पैर पूरी तरह से काम नहीं कर रहे थे। अनाथ आश्रम में इसका इलाज हुए। अब खुद चल-फिर सकता है। विश्वनाथ अपना घर में रह रहे लोगों को दैनिक कार्य करवाने में बैठे-बैठे सहयोग करता है। जीवन पर आई विपदा के बाद अनाथ आश्रम आए लोगों को अनाथ आश्रम का सहयोग मिला और इनका जीवन संवर गया। अब अपने जीवन को अनाथ आश्रम में सहयोग करके चला रहे हैं। ये खुद के जीवन यापन के साथ अपना घर आश्रम की व्यवस्था में सहयोगी बने हुए हैं। अपना घर में अनाथों की सेवा तथा चिकित्सा से ठीक हुए अनाथ अब अपना घर में ही साथियों की सेवा में जुटे हुए हैं।
अनाथ दिवस की पूर्व संध्या पर आईएएस अधिकारी एवं यूआईटी सचिव आर. के. जायसवाल ने अपना घर आश्रम में अनाथों के साथ कैरम खेला। पत्रिका की ओर से अनाथ दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता डी.पी. पच्चीसिया, नरेश मित्तल, दिनेश सक्सेना तथा अपना घर आश्रम के सचिव अशोक मूधड़ा ने आयोजित खेल कार्यक्रमों में शिरकत की। इस दौरान अपना घर के राजू शर्मा तथा रमेश राठी ने सेवाएं दी। इस दौरान अनाथ आश्रितों ने गेंद खेली तथा भजन-कीर्तन किया। आयोजन के दौरान आए मेहमानों ने अनाथों के साथ घुल-मिलकर सौहार्द का वातावरण बनाया। अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शरीक हुए आईएएस अधिकारी आर. के. जायसवाल ने अपना घर आश्रम की व्यवस्थाएं देखी। विजय नाथ बीमारी की हालत में अपना घर लाया गया। पंजाब के लुधियाना से अनाथ होने के कारण किसी ने अपना घर भिजवा दिया। यहां उसका इलाज किया गया। अब ठीक है। आगे-पीछे कोई नहीं है। ठीक होने के बाद अपना घर की रसोई के काम में सहयोग करता है। युवक अखिल कचरा बीनने का कार्य करता था। कचरा बीनने के दौरान खंभे से करंट लगने पर बुरी तरह झुलस गया। इसे गंभीर हालात में जोधपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां अनाथ होने के कारण ज्यादा दिन नहीं रखा गया। वहां से अपना घर भेज दिया गया। यहां पूरी सेवा-सुश्रुषा की गई। चिकित्सा के बाद अखिल के सारे घाव ठीक हो गए। अब वह पैर से लाचार है। उसके पैर का ऑपरेशन होना है। फिर भी अपना घर में अन्य साथियों की सेवा में लगा रहता है। रामदेवरा में छत से गिरने पर घायल विश्वनाथ कई दिनों तक जोधपुर में भर्ती रहा। वहां से इसे अपना घर लाया गया। इसके हाथ-पैर पूरी तरह से काम नहीं कर रहे थे। अनाथ आश्रम में इसका इलाज हुए। अब खुद चल-फिर सकता है। विश्वनाथ अपना घर में रह रहे लोगों को दैनिक कार्य करवाने में बैठे-बैठे सहयोग करता है। जीवन पर आई विपदा के बाद अनाथ आश्रम आए लोगों को अनाथ आश्रम का सहयोग मिला और इनका जीवन संवर गया। अब अपने जीवन को अनाथ आश्रम में सहयोग करके चला रहे हैं। ये खुद के जीवन यापन के साथ अपना घर आश्रम की व्यवस्था में सहयोगी बने हुए हैं। अपना घर में अनाथों की सेवा तथा चिकित्सा से ठीक हुए अनाथ अब अपना घर में ही साथियों की सेवा में जुटे हुए हैं।