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यूनियन के नेता बोले, नई पेंशन स्कीम में सामाजिक सुरक्षा निश्चित नहीं

locationबीकानेरPublished: Jun 19, 2019 04:32:12 pm

Submitted by:

Ramesh Bissa

रेलवे मजदूर संघ परिषद की बैठक; जोनल अध्यक्ष ने की कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा

Union leaders say, social security is not fixed in the new pension sch

यूनियन के नेता बोले, नई पेंशन स्कीम में सामाजिक सुरक्षा निश्चित नहीं

बीकानेर. उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ की मंडल परिषद की बैठक मंगलवार को रेलवे प्रेक्षागृह में हुई। इसमें जोनल अध्यक्ष एवं एनएफआइआर के अध्यक्ष गुमान सिंह ने रेलवे कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही संगठन से जुड़े कर्मचारियों को रेलवे अनुचित कार्यों का विरोध करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि सभी सदस्य अगस्त में प्रस्तावित यूनियनों की मान्यता के चुनावों की तैयारी में जुट जाएं। ट्रैकमैन की समस्या के समाधान के प्रयास मंडल स्तर पर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई पेंशन स्कीम कर्मचारियों के हित में नहीं है। इसमें सामाजिक सुरक्षा निश्चित नहीं है।
सिंह ने कहा कि लोको पायलट व गार्ड के किलोमीटर भत्ते में बढ़ोतरी एक जुलाई,2017 की गई है। इन्हें एरियर के साथ भुगतान हो, इसके लिए यूनियन रेलव प्रशासन पर दबाव बनाए। उन्होंने कहा कि बीकानेर मंडल में बड़ी संख्या में रिक्त पदों को भरने की दरकार है। यूनियन की मान्यता के लिए होने वाले मतदान में उत्तर पश्चिमी रेलवे मजदूर संघ के सभी पदाधिकारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। बैठक में मंडल मंत्री अंसार अहमद, शौकत अली कोहरी, सुनील शर्मा, विजय सिंह भाटी, आसू सोलंकी, हरिदत्त मिश्रा, रामकिशन यादव, कुलदीप, सफी मोहम्मद, मनोहर सिंह सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
हर साल हजारों पद हो रहे रिक्त

नेशनल फेरेशन ऑफ इंडियन रेलवे के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुमान सिंह ने कहा कि हर साल तीन प्रतिशत, यानी करीब ३९ हजार पद रिक्त हो रहे हैं। इसकी तुलना में भर्ती बहुत कम हो रही है। सरकार को रिक्त पदों को भरना होगा। गुमान सिंह ने ‘राजस्थान पत्रिका से बातचीत में कहा कि सरकार की मंशा निजीकरण की ओर अधिक है।
इसे रोकने के लिए रेलवे के कर्मचारी संगठन लगातार प्रयास कर रहे हैं और विरोध दर्ज करावा रहे हैं। इसके बाद भी सरकार रेलवे में ठेका प्रथा को बढ़ाव दे रही है। नई पेंशन स्कीम सेवानिवृत्त होने के बाद परेशानी वाली है। संगठन इसका विरोध करता है। उन्होंने कहा कि रेलवे की अहम कड़ी लोको पायलट, ट्रैकमैनों की रेलवे अनदेखी कर रहा है।
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