नयाशहर सीआइ गुरु भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि पीडि़ता पूर्व में कोलायत थाना क्षेत्र में पढ़ाई करती थी। इस दरम्यिान झझू निवासी शंकरलाल नायक से उसकी पहचान हो गई। तब आरोपी ने उसे झांसे में लेकर शारीरिक संबंध बना लिए। बाद में वह उसे डरा-धमका कर बलात्कार करने लगा। इस दरम्यिान पीडि़ता गर्भवती हो गई। इसका पता चला तब तक बहुत देर हो गई। इस पर अभी पांच-छह दिन पहले पीडि़ता ने पीबीएम अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया। सीआइ सिंह ने बताया कि जांच में पता चला कि पीडि़ता को अस्पताल से छुट्टी देने पर उसने चिकित्सकों से बच्ची को पालनाघर में छोडऩे की बात कही, जिसे चिकित्सकों ने इनकार कर दिया। तब उसके परिजन यहां से जाते समय बच्ची को अस्पताल के पालनाघर में छोड़ गए।
अस्पताल के रेकॉर्ड से पहुंचे परिजनों तक
सीआइ ने बताया कि अस्पताल के रेकॉर्ड से बच्ची के परिजनों तक पहुंचे। तब परिजनों को विश्वास में लेकर समझाइश की और बच्ची उन्हें सुपुर्द की। वहीं इस मामले की जीरों नंबरी एफआईआर दर्ज कर कोलायत थाने भिजवाई गई है। कोलायत एसएचओ अजय कुमार ने बताया कि बलात्कार की जीरों नंबरी एफआईआर मिली है। इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई करेंगे।
सीआइ ने बताया कि अस्पताल के रेकॉर्ड से बच्ची के परिजनों तक पहुंचे। तब परिजनों को विश्वास में लेकर समझाइश की और बच्ची उन्हें सुपुर्द की। वहीं इस मामले की जीरों नंबरी एफआईआर दर्ज कर कोलायत थाने भिजवाई गई है। कोलायत एसएचओ अजय कुमार ने बताया कि बलात्कार की जीरों नंबरी एफआईआर मिली है। इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई करेंगे।