करीब दो माह से अधिक समय तक नहर में पानी नहीं चलने से ग्रामीण अंचल में हालात बदतर बन गए थे। महाजन, अरजनसर, लालेरां, जैतपुर आदि सहित अन्य गांवों व कस्बों में जल भण्डारण के लिए बनी डिग्गियों व जीएलआर में पानी एकदम खत्म हो जाने से परेशानी बढ़ रही थी। ग्रामीणों को कई दिनों से कृषि कुओं से टैकरों द्वारा पानी मंगवाना पड़ रहा था। करीब दो सौ करोड़ की लागत से नहर का नवीनीकरण होने से पानी की बहाव क्षमता बढ़ी है।
मंगलवार तडक़े ही महाजन के बीच से गुजरने वाली कंवरसेन लिफ्ट नहर में पानी की आवक हो जाने से जहां जलदाय विभाग के कर्मचारियों को राहत मिली । नहर के सीधे मोघों व माइनरों से जुड़ी सैकड़ों ढाणियों व चकों में भी पानी की तंगी झेल रहे किसानों को पानी की आवक होने से राहत मिली है। जलदाय विभाग के महाजन कनिष्ठ अभियंता शांतनु पांडे ने बताया कि एक दो दिन में महाजन, अरजनसर, लालेरां आदि वाटर वर्क्स की डिग्गियों में पानी का भण्डारण पर्याप्त हो जाएगा। उसके बाद 24 घण्टे गांवों व कस्बों में जलापूर्ति कर पेयजल समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
नहर में पानी की आवक होने से मूंगफली आदि की बुवाई की तैयारी कर रहे किसानों को भी राहत मिली है। नहर विभाग के महाजन सहायक अभियंता ललित कुमार स्वामी ने बताया कि नहर में फिलहाल 300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस बार नहर का नव निर्माण हो जाने से पानी की बहाव क्षमता बढ़ी है।