इस बार निर्धारित तिथि से एक दिन पहले पानी बीकानेर पहुंच सकता है। इससे लोगों को राहत मिलेगी। पहले ३० अप्रेल तक पानी के बीकानेर आने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन अब नहरबंदी का समय एक दिन पहले समाप्त होने से २९ तक पानी आएगा। पानी पहुंचने के एक दिन बाद ही शहर में आपूर्ति की जा सकती है।
एक-एक दिन से पानी
विभाग एक दिन के अन्तराल से पानी की आपूर्ति कर रहा है। लेकिन खपत के लिहाज से यह पर्याप्त नहीं है। गांवों में तीन-चार दिन के अन्तराल के बाद पानी दिया जा रहा है। ऊंचाई वाले मोहल्लों में पूरा पानी नहीं पहुंच रहा है।
विभाग एक दिन के अन्तराल से पानी की आपूर्ति कर रहा है। लेकिन खपत के लिहाज से यह पर्याप्त नहीं है। गांवों में तीन-चार दिन के अन्तराल के बाद पानी दिया जा रहा है। ऊंचाई वाले मोहल्लों में पूरा पानी नहीं पहुंच रहा है।
ताकि शीघ्र मिले राहत
पेयजल किल्लत से लोगों को जल्द ही निजात मिले इसके लिए एक दिन पहले ही नहरबंदी समाप्त की गई है। हरिके बैराज से पानी चलने के डेढ़ दिन बाद पानी हनुमानगढ़ आ जाएगा। इसके बाद २९ अप्रेल को बीकानेर पहुंच जाएगा। इससे लोगों को भी एक दिन पहले पानी मिलेगा।
– विनोद मित्तल, मुख्य अभियंता उत्तर, (हनुमानगढ़)।
पेयजल किल्लत से लोगों को जल्द ही निजात मिले इसके लिए एक दिन पहले ही नहरबंदी समाप्त की गई है। हरिके बैराज से पानी चलने के डेढ़ दिन बाद पानी हनुमानगढ़ आ जाएगा। इसके बाद २९ अप्रेल को बीकानेर पहुंच जाएगा। इससे लोगों को भी एक दिन पहले पानी मिलेगा।
– विनोद मित्तल, मुख्य अभियंता उत्तर, (हनुमानगढ़)।
२६ मार्च से शुरू हुई नहरबंदी
इंदिरा गांधी नहर में मरम्मत का कार्य होने के कारण बीते माह २६ मार्च को नहरबंदी शुरू हुई थी, यह २४ अप्रेल तक निर्धारित थी। इस दौरान सिंचाई व पीने का पानी बंद कर दिया गया था। इसके बाद से ही ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पानी की किल्लत बढ़ती जा रही है। गर्मी का दौर भी परवान पर है, एेसे में पानी के लिए त्राहि-त्राहि हो रही है। लोग महंगे दामों पर टैंकर खरीदने पर मजबूर है। जरुरत के आधार पर कुछ गांवों में विभाग भी टैंकर भेज रहा है, लेकिन वो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। कच्ची बस्तियों में स्थिति ओर खराब है।