की गई है। इन कार्मिकों को लाने-ले जाने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से अलग गाड़ी की व्यवस्था की गई है। यह सभी ५४ कार्मिक १४ दिन तक न अपने घर जा सकेंगे और ना ही उनसे मिल सकेंगे। इन्हें यहीं कैद होकर रहना होगा।
एक शिफ्ट में तीन रेजिडेंट डॉक्टर, जिनमें मेडिसिन, एनेस्थिसिया एवं टीबी विभाग का एक-एक रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी व अटेंडेंट लगाया गया है। एक पारी में नौ कार्मिक होंगे। इस तरह तीन पारी में ५४ कार्मिक ड्यूटी करेंगे। सुबह-दोपहर और रात की शिफ्ट में वरिष्ठ चिकित्सकों के निर्देशानुसार काम करेंगे। इनके १४ दिन पूरे होने पर दूसरे स्टाफ को लगाया जाएगा। उन कार्मिकों के लिए रहने की व्यवस्था अलग स्थान पर की जाएगी।
चूरू के मरीज यहां शिफ्ट होने के बाद गुरुवार दो चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव ने एसपी मेडिकल कॉलेज, पीबीएम अस्पताल, सीएमएचओ सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों की मीटिंग ली, जिसमें कोरोना वायरस से निबटने के लिए हर स्तर पर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि अगर किसी जीवनरक्षक उपकरण की कमी हो तो उसे पूरा करें। सरकार संसाधनों में कोई कमी नहीं आने देगी।
बुधवार रात को आनन-फानन में चूरू के सातों पॉजीटिव मरीजों को बीकानेर शिफ्ट कर दिया गया। ऐसे में कॉलेज व अस्पताल प्रशासन ने ५४ कार्मिकों की ड्यूटी लगा दी। इन कार्मिकोंं के परिजनों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई। परिजन भगवान से मरीजों और अपनों को सुरक्षा की सलामती कर रहे हैं।