प्रादेशिक परिवहन विभाग के जिला परिवहन अधिकारी जुगल किशोर माथुर ने बताया कि मोबाइल पॉल्यूशन टेस्टिंग सेंटरों में गड़बड़ी को लेकर मुख्यालय से शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद संबंधित कम्पनी के प्रतिनिधि को बुलाकर सभी मोबाइल पॉल्यूशन टेस्टिंग सेंटरों में लगी मशीनों की जांच करवाई गई। जांच में साबित हो गया कि मोबाइल वैन संचालक बिना वाहन की उपस्थिति ही पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाकर दे रहे थे।
ऐसे करते थे गड़बडिय़ां
प्रादेशिक परिवहन विभाग के जिला परिवहन अधिकारी जुगल किशोर माथुर ने बताया कि जांच प्रतिनिधियों ने यह साबित कर दिया था कि दोषी मोबाइल पॉल्यूशन टेस्टिंग एजेन्सियां वाहन की बिना उपस्थिति ही सर्टिफिकेट बनाकर दे रहे थे। उन्होंने बताया कि बिना ऐसी भी जानकारी मिली है कि बिना वाहन के सर्टिफिकेट बनाने पर संचालक निर्धारित कीमत से अधिक वसूली भी कर रहे थे।
इनके निरस्त हुए लाइसेंस
हनुमान मोबाइल पॉल्यूशन टेस्टिंग सेंटर, महादेव मोबाइल, मालाराम मोबाइल, सियाग मोबाइल, गोदारा मोबाइल, बालाजी मोबाइल, न्यू चौधरी मोबाइल, चौधरी मोबाइल, वीर तेजा मोबाइल, श्रीबालाजी मोबाइल तथा शिम्भूनाथ मोबाइल पॉल्यूशन टेस्टिंग सेंटर के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं।