पीबीएम अस्पताल के सुरक्षाकर्मी घटना के विरोध में गुरुवार को अधीक्षक कार्यालय के बाहर स्थित पार्क में धरना लगाकर बैठ गए। सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, वे काम पर नहीं लौटेंगे।
वहीं दूसरी ओर राजस्थान मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मिला और उन्हें चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया। चिकित्सकों ने बताया कि पार्षद व उनके साथ आए लोगों ने सुरक्षाकर्मियों और चिकित्सा स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया। अधीक्षक से भी अभद्रता की कोशिश की। वर्तमान में कोरोना के चलते हालात विकट है। इन विकट परिस्थितियों में चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी, सुरक्षाकर्मी अपनी जान की परवाह न करते हुए काम कर रहे हैं लेकिन चंद लोगों के कारण उनका मनोबल टूट रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो मजबूरन आंदोलन करेंगे।
प्रतिनिधि मंडल में एसोसिएशन बीकानेर ब्रांच के अध्यक्ष डॉ. गुंजन सोनी, डॉ. अभिषेक बिन्नाणी, डॉ. कांता भाटी, डॉ. जितेन्द्र आचार्य, डॉ. श्शंकरलाल जाखड़ आदि शामिल थे। विदित रहे कि बुधवार को पार्षद मनोज विश्रोई, प्रफुल्ल हटीला, चेतना चौधरी, पारस मारु बुधवार दोपहर में साथी पार्षद यूनुस अली अधीक्षक को ज्ञापन देने जा रहे थे। इस दरम्यिान सुरक्षाकर्मी ने उन्हें रोक लिया। इस बात को लेकर हंगामा हुआ। सुरक्षाकर्मी व पार्षदों में हाथापाई हो गई। इस संबंध में पीबीएम सुरक्षा अधिकारी प्रभूसिंह शेखावत की ओर से पार्षदों के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज कराया गया है।