सीआइ ईश्वरप्रसाद जांगिड़ के मुताबिक परिवादी ने बताया कि उसके भाई भैराराम की तबीयत खराब थी। वह उसे बीकानेर चिकित्सक को दिखाने के लिए ले जा रहा था। भतीजे महेन्द्र सारस्वत की कार भैराराम को लेकर रवाना हुाअ। तब कार में महेन्द्र, देवीलाल, मनजीत व कुनणाराम भी साथ थे। इस दरम्यिान कार में महेन्द्र व भैराराम की बोलचाल हो गई। कार में सवार कुनणाराम, मनजीत व उसने बीच-बचाव किया। बाद में महेन्द्र ने मनजीत को लूणकरनसर व कुनणाराम को हंसेरा में उतार दिया। आरोपी गाड़ी भगाकर डूडीवाली फांटो ले गए। आरोपी ने चालक सीट से हटाकर खुद बैठ गया। वह नीचे उतरा तो आरोपी महेन्द्र गाड़ी लेकर भाग गया। बाद में आरोपी को फोन किया तो उसने पहले जामसर और बाद में हाफासर फांटे पर होने की बात कही। बाद में आरोपी महेन्द्र व देवीलाल कार लेकर हाफासर की तरफ से आए। कार के पीछे वाली सीट पर उसका भाई भैराराम गंभीर हालत में था। भैराराम ने बताया कि महेन्द्र व देवीलाल ने लाठियों से उसके साथ मारपीट की।
चुनावी रंजिश का आरोप
प्रार्थी ने बताया कि प्रार्थी की तबीयत ज्यादा खराब होने पर आरोपियों को भैराराम को बीकानेर इलाज के लिए ले जाने की बात कहीं लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। इसके बावजूद आरोपी गाड़ी लूणकरनसर ले आए। यहां महेन्द्र ने अपनी मेडिकल की दुकान से एक इंजेक्शन लगाया और गांव मलकीसर छोटा लेकर आ गया। तब आरोपी महेन्द्र ने भैराराम से कहा कि चुनाव में खिलाफत करने का नतीजा देख ले। गाड़ी में भैराराम की मौत हो गई। वारदात की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
प्रार्थी ने बताया कि प्रार्थी की तबीयत ज्यादा खराब होने पर आरोपियों को भैराराम को बीकानेर इलाज के लिए ले जाने की बात कहीं लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। इसके बावजूद आरोपी गाड़ी लूणकरनसर ले आए। यहां महेन्द्र ने अपनी मेडिकल की दुकान से एक इंजेक्शन लगाया और गांव मलकीसर छोटा लेकर आ गया। तब आरोपी महेन्द्र ने भैराराम से कहा कि चुनाव में खिलाफत करने का नतीजा देख ले। गाड़ी में भैराराम की मौत हो गई। वारदात की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
दो टीमें गठित
प्रथमदृष्टया आपसी रंजिश का मामला है। मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया है। दो जनों के खिलाफ नामजद हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए दो टीमें गठित की गई है। टीमों ने आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी गई लेकिन वे हाथ नहीं लगे।
सुनील कुमार, एएसपी ग्रामीण