सभी डाक्यूमेंट्स चेक करें:
पुरानी बाइक को खरीदने से पहले या डील फाइनल करने से पहले बाइक का सर्विस रिकॉर्ड जरूर देखें, इससे आपको इस बात का पता चल जाएगा कि बाइक की सर्विस कब और कितनी बार हुई है। सर्विस रिकॉर्ड से यह भी पता चल जाएगा कि इंजन ऑयल सही समय पर बदलवाया है या नहीं। इसके अलावा बाइक की RC और अन्य पेपर्स को ठीक से चेक करें। याद रहे सभी डाक्यूमेंट्स ओरिजल होने जरूरी हैं, फोटो स्टेट या कॉपी पर भरोसा न करें। इतना ही नहीं बाइक को ठीक से देख लें कहीं कोई डेंट तो नहीं, इतना ही नहीं बाइक का कभी कोई एक्सीडेंट हुआ है या नहीं यह भी जांचें।
एक बार ठीक से चला कर देंगे:
बाइक को खरीदने से पहले उससे ठीक चला कर देखें, इससे आपको आइडिया लग जाएगा कि बाइक की कंडीशन कैसी है। बिना ड्राइव किये सौदा फाइनल न करें। बाइक चलाकर उसका पिकअप, गियर शिफ्टिंग, एक्सिलेरेटर का पता लगाया जा सकता है कि इनमें कोई खराबी तो नहीं है। इसके अलावा बाइक के टायर्स को भी देखें, अगर टायर्स घिस गये हो तो इस बारे में बात करें ताकि कीमत कम हो सके, क्योंकि नये टायर्स भी करीब 4 हजार रुपये के आस-पास ही मिलते हैं या इसे ज्यादा।
इंश्योरेंस चेक करना न भूलें:
सेकंड हैंड बाइक खरीदते समय उसका इंश्योरेंस जरूर देख लें, कई बार इंश्योरेंस खत्म हो जाता है और लोग कराते नहीं है। इंश्योरेंस के पेपर्स आपके नाम से ट्रांसफर हो जाए, यह भी सुनिश्चित करा लें। ध्यान रहे कि बाइक बेचने की तारीख तक उस बाइक का रोड टैक्स चुका दिया गया है या नहीं।
NOC लेना न भूलें:
सेकंड हैंड बाइक खरीदते समय, बाइक मालिक से उसकी NOC जरूर ले लें ,साथ ही ध्यान रखे कि बाइक पर कोई लोन तो नहीं चल रहा है,अगर बाइक को लोन लेकर बाइक खरीदी गई है तो आपको उस व्यक्ति से ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ लेना जरूरी है। यह सर्टिफिकेट इस बात का प्रमाण होगा कि उसने लोन की सारी रकम चुका दी है।
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