फैकल्टी जांचने एमसीआई पहुंची
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) को 100 सीटों की जगह 150 सीटों में एमबीबीएस के छात्रों को एडमिशन देने की मान्यात मेडिकल कौसिल ऑफ इंडिया ने दी है लेकिन इसके लिए सिम्स में संसाधन उपलब्ध है कि नहीं इसकी जांच के लिए एमसीआई के तीन सदस्य सिम्स पहुंचे थे। इन लोगों ने अस्पताल, मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। वहीं टीम के सदस्यों ने सिम्स की ओर से संचालित दो प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया गया।
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) को 100 सीटों की जगह 150 सीटों में एमबीबीएस के छात्रों को एडमिशन देने की मान्यात मेडिकल कौसिल ऑफ इंडिया ने दी है लेकिन इसके लिए सिम्स में संसाधन उपलब्ध है कि नहीं इसकी जांच के लिए एमसीआई के तीन सदस्य सिम्स पहुंचे थे। इन लोगों ने अस्पताल, मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। वहीं टीम के सदस्यों ने सिम्स की ओर से संचालित दो प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया गया।
एमबीबीएस के छात्रों को प्रैक्टिस के लिए मानव की देह नहीं मिल पा रहा है। इसकी कमी की जानकारी मिली थी। इस प्रबंधन ने अब तक क्या किया और मानव शरीर कैसे मिल सकता है इस पर समीक्षा बैठक में चर्चा किया जाएगा। छात्रों को मानव शरीर नहीं मिल पा रहा यह गंभीर समस्या है।
टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री, छग शासन
टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री, छग शासन
सिम्स के एमबीबीएस के छात्रों को प्रैक्टिस कराने के लिए शव की कमी है। एक शव के पीछे 10 छात्रों को पढ़ाया जाता है लेकिन शव की कमी होने के कारण एक शव के पीछे 60 छात्रों को प्रैक्टिस दी जा रही है। विभाग की ओर से कमी की जानकारी प्रबंधन को दे दी गई है।
शिक्षा जांगड़े, सहायक प्राध्यापक, एनाटॉमी विभाग सिम्स
शिक्षा जांगड़े, सहायक प्राध्यापक, एनाटॉमी विभाग सिम्स
ले गए 800 अवेदन, बॉडी मिली केवल तीन
बिलासपुर. सिम्स में देहदान करने की चाह रखने वालों की लंबी सूची है। एनाटॉमी विभाग के सह प्राध्यापक शिक्षा जांगड़े ने बताया कि देहदान के नाम पर सिम्स से 800 आवेदन फार्म लोग ले जा चुके हैं, लेकिन हमे बॉडी केवल तीन मिली है। हलांकि इसमें फॉलोअप के मामले में ये कहा जा रहा है कि हम किसी को किसी भी चीज के लिए फोर्स नहीं कर सकते हैं। जो आवेदन ले गए हैं उसमें से कुछ लोग परिवार सहित देहदान करने की घोषणा कर गए हैं। उन्होंने कहा दान करने वाले की मौत होने पर परिजन सूचना करते हैं नहीं करते तो हमे पता भी नहीं चल पाता है। सिम्स को 2003 से 2019 तक 119 बॉडी मिली है। इसमें से 28 बॉडी देहदान की है जबकि 91 बॉडी लावारिश थे। बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से लावारिश बॉडी नहीं मिल पा रही है।
बिलासपुर. सिम्स में देहदान करने की चाह रखने वालों की लंबी सूची है। एनाटॉमी विभाग के सह प्राध्यापक शिक्षा जांगड़े ने बताया कि देहदान के नाम पर सिम्स से 800 आवेदन फार्म लोग ले जा चुके हैं, लेकिन हमे बॉडी केवल तीन मिली है। हलांकि इसमें फॉलोअप के मामले में ये कहा जा रहा है कि हम किसी को किसी भी चीज के लिए फोर्स नहीं कर सकते हैं। जो आवेदन ले गए हैं उसमें से कुछ लोग परिवार सहित देहदान करने की घोषणा कर गए हैं। उन्होंने कहा दान करने वाले की मौत होने पर परिजन सूचना करते हैं नहीं करते तो हमे पता भी नहीं चल पाता है। सिम्स को 2003 से 2019 तक 119 बॉडी मिली है। इसमें से 28 बॉडी देहदान की है जबकि 91 बॉडी लावारिश थे। बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से लावारिश बॉडी नहीं मिल पा रही है।