नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओंकार शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमित लोगों को उपचार के लिए मार्च महीने से रायपुर स्थित एम्स और बिलासपुर अपोलो अस्पताल में भर्ती किया जा रहा था। प्रदेश भर से होने वाली मौतों के बाद शव का अंतिम संस्कार रायपुर में किया जाता था। अगस्त महीने से राज्य शासन के आदेश पर मृतकों का अंतिम संस्कार तोरवा स्थित श्मशान घाट में किए जाने की व्यवस्था शुरू की गई। जिले के 291 कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार तोरवा मुक्तिधाम में हो चुका है। इनमें से 81 मृतक एेसे थे जिनका अंतिम संस्कार का खर्च नगर निगम ने उठाया है। प्रत्येक अंतिम संस्कार में 3600 रुपए खर्च किए गए हैं। इन मृतकों में अधिकांश मामलों में मृतकों के परिजनों के सामने नहीं आने या लावारिस होने के कारण निगम को इनका अंतिम संस्कार करना पड़ा है।
जो बताई जा रही स्थिति
प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार दो दिसंबर तक कुल पॉजिटिव 15103 थे। 3957 अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 10702 होम आइसोलेशन पूर्ण कर चुके हैं। वहीं 267 केस जिले में एक्टिव थे।
प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार दो दिसंबर तक कुल पॉजिटिव 15103 थे। 3957 अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 10702 होम आइसोलेशन पूर्ण कर चुके हैं। वहीं 267 केस जिले में एक्टिव थे।