जिले के 22 थानों में हर दिन संगीन मामलों की शिकायतें पहुंच रही है। ऐसे मामलों में पुलिस पहले तो एफआईआर दर्ज करने से कतराती है, लेकिन बाद में अधिकारियों तक बात पहुंचने पर थानेदारों को मामला दर्ज करना पड़ता है। अपने स्तर पर मामले को दबाने के फेर में अपराधी लगातार पीडि़त व्यक्ति को परेशान करते हैं। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।
वर्ष 2019 में अब तक दर्ज हुए अपराध के आंकड़े चौकाने वाले हैं। पिछले 4 महीनों में 12 हत्या ,15 हत्या का प्रयास,33 दुष्कर्म,116 अपहरण,18 लूटपाट, 127 सूने मकानों में चोरी, 220 सार्वजनिक स्थानों पर चोरी , 77 धोखाधड़ी और 70 छेडख़ानी की वारदातें हुई हैं। ये आपराधिक मामले वर्ष 2016, 2017 और 2018 में जनवरी-अप्रैल के बीच दर्ज आपराधिक रिकार्ड से ज्यादा हैं।
दिए गए हैं निर्देश
– पीएचक्यू से आदेश के बाद अपराधों की रोकथाम के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग के लिए थानेदारों को निर्देश दिए गए हैं। लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने और अपराध रोकने के प्रयास करने कहा गया है।
ओपी शर्मा, एएसपी
दिए गए हैं निर्देश
– पीएचक्यू से आदेश के बाद अपराधों की रोकथाम के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग के लिए थानेदारों को निर्देश दिए गए हैं। लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने और अपराध रोकने के प्रयास करने कहा गया है।
ओपी शर्मा, एएसपी
जनवरी-अप्रैल तक 4 वर्षों के आपराधिक आंकड़े
प्रकरण 2016 2017 2018 2019
हत्या 16 11 16 12
हत्या का प्रयास 11 06 19 15
दुष्कर्म 38 26 29 33
अपहरण 58 66 77 116
लूट 15 27 11 18
सूने मकानों में चोरी 80 102 98 127
सार्वजनिक स्थान पर चोरी 173 233 212 220
धोखाधड़ी 19 49 47 77
छेडख़ानी 56 65 69 70
प्रकरण 2016 2017 2018 2019
हत्या 16 11 16 12
हत्या का प्रयास 11 06 19 15
दुष्कर्म 38 26 29 33
अपहरण 58 66 77 116
लूट 15 27 11 18
सूने मकानों में चोरी 80 102 98 127
सार्वजनिक स्थान पर चोरी 173 233 212 220
धोखाधड़ी 19 49 47 77
छेडख़ानी 56 65 69 70