विश्वजीत और अभिलाष ने 2-3 बार प्रशांत को बैंकों से लोन दिलवाया था। प्रशांत को बैंक से और लोन की जरूरत होने पर उसने विश्वजीत व अभिलाष से संपर्क किया था। विश्वजीत ने जमीन बैंक में गिरवी रखकर लोन दिलाने की बात कही थी। उसकी बातों में आकर प्रशांत ने पत्नी वीनिता के नाम पर ग्राम मंगला में 1500 वर्ग फूट जमीन के दस्तावेज दिए थे।विश्वजीत ने वीनिता से लोन के फार्म में हस्ताक्षर कराए थे। विश्वजीत ने उसे आरके नगर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा से लोन दिलवाने का आश्वासन दिया था।
लोन नहीं मिलने पर प्रशांत ने विश्वजीत से संपर्क कर जमीन के दस्तावेज मांगे थे, लेकिन विश्वजीत टालमटोल करता रहा। एक सप्ताह पूर्व प्रशांत ने विश्वजीत के मोबाइल पर संपर्क किया तो मोबाइल बंद था। साथ ही रामा वैली स्थित उसके मकान में भी ताला लगा था। प्रशांत ने बैंक ऑफ बड़ौदा में संपर्क कर जानकारी ली, जिसमें पता चला कि विश्वजीत और अभिलाष ने मिलकर उसकी जमीन के दस्तावेज को बैंक में गिरवी रखकर 50 लाख रुपए का लोन स्वीकृत कराया है। प्रशांत की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।