प्रकरण की विवेचना के दौरान थाना जशपुर द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही कर अज्ञात आरोपी की पता-तलाश कर प्रकरण के संदेही बसंत मिंज को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी एवं बेटी का अचानक तबियत खराब हो गया था और दोनों का गला टेढ़ा हो गया था। बसंत मिंज संदेह करता था कि सुनिया बाई द्वारा जादू-टोना करने से उसकी पत्नी एवं बच्ची की तबियत खराब हुई है। बसंत मिंज घटना दिनांक ११ अप्रेल के प्रात: 10 बजे अपने घर से लोहे का टांगी लेकर मृतिका के घर गया और घर अंदर घुसकर मृतिका को जादू-टोना कर मेरी पत्नी एवं बच्चे को ठीक कर दो कहते हुए प्रार्थिया के सिर में दो-तीन बार वार किया एवं पास में रखे फावड़े से भी मृतिका के सिर के पीछे वार किया जिससे उसके सिर से खून बहने लगा। आरोपी मृतिका को मरा हुआ समझकर दरवाजा को ढक कर वहां से अपने घर चला गया। आरोपी मृतिका को जादू-टोना जानती है, उसकी मृत्यू नहीं हुई होगी सोचकर वह पुन: रात लगभग 11:00 बजे मृतिका के घर जाकर लोहे की आरी से उसके गले को काट दिया। आरोपी के मेमोरंडम कथन से घटना में प्रयुक्त लोहे का टांगी, आरी, फावड़ा एवं घटना के समय पहने कपड़े को जप्त किया गया। आरोपी बसंत मिंज उम्र 42 साल निवासी जकबा को १७ अप्रेल को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक लक्ष्मण सिंह धुर्वे, सउनि ईश्वर वारले, प्रआर 274 त्रिनाथ यादव, 49 मिथलेश यादव, आर 581 धीरेन्द्र मधुकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।