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राजधानी से आ गईं जेनेरिक दवाएं, शहर में कहां मिलेगीं 150 रूपए की दवा सिर्फ 20 रूपए में पढ़ें पूरी खबर

locationबिलासपुरPublished: Mar 14, 2019 07:58:32 pm

Submitted by:

BRIJESH YADAV

करीब तीन माह से दवाओं का नहीं था स्टॉक, मरीज हो रहे थे परेशान, गरीबों को मंहगा पड़ रहा था इलाज

after 4 months reached Generic medicines in the centers

राजधानी से आ गईं जेनेरिक दवाएं, शहर में कहां मिलेगीं 150 रूपए की दवा सिर्फ 20 रूपए में पढ़ें पूरी खबर

बिलासपुर. मरीजों को सस्ते दामों में दवाएं उपलब्ध करानें के लिए शहर की सरकारी अस्पतालों में तीन जगह जनऔषधी केंद्र खोले गए हैं। इन जन औषधी केंद्रों से मरीजों को 5 प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक रियायत देने की बात कही जाती है। लेकिन विगत चार माह से ये जन औषधी केंद्र केवल शो पीस बने हुए थे। दवाओं का स्टॉक नहीं था। केंद्र संचालक लगातार दिल्ली से ऑर्डर पर ऑर्डर किए जा रहे थे लेकिन जब कोई दवाएं नहीं मिली तो आखिरकार केंद्र संचालकों को रायपुर से ही जेनेरिक दवाओं की खेप मंगानी पड़ी। जन औषधी केंद्रों में जेनेरिक दवाएं आने से गरीब मरीजों को कुछ हद तक राहत मिली है।
चार माह तक खरीदनी पड़ी मेंहगी दवाएं:
अक्टूबर 2018 से फरवरी 2019 तक मरीजों इन चार माहों में मरीजों ने 10 रूपए की दवा 50 में और 18 रूपए की 150 रूपए में खरीदी है। तुलनात्मक अध्ययन करें तो सुगर की गोली का एक पत्ता जो जन औषधी केंद्र में 8 रूपए का है, वो प्राइवेट मेडीकल में 30 रूपए में मिलता है। इसी तहर बीपी की गोलियां 10 रूपए की जगह 50, दर्द व सूजन की दवाओं का जो पूरा का पूरा डिब्बा 50 रूपए में मिलता था वो प्राइवेट में 300 रूपए में मिला। आयरन की गोलियों का पत्ता 18 रूपए की जगह 150 रूपए में खरीदना पड़ा।
दवाओं पर 5 से 50 प्रतिशत तक रियायतें:
शहर में जिला अस्पताल, सिम्स सहित तीन जगहों पर जन औषधी केंद्र व तीनों जगह रेडक्रॉस मेंडिकल संचालित हैं। इन जगहों पर गरीब मरीजों को सबसे ज्याद डिस्काउंट सर्जीकल दवाओं पर 50 प्रतिशत, जेनेरिक ब्रांडेड पर भी 50 प्रतिशत, ब्रांडेड पर 10 और सबसे कम फुड प्रोडक्ट पर 5 प्रतिशत की रियायत दी जाती है। नियम है कि यदि इन स्थानों पर दवाएं उपलब्ध नहीं है तो रेडक्रॉस मेडीकल संचालक बाजार से खरीदकर मरीजों को सस्ते दामों पर दवाएं उपलब्ध कराते हैं।
दिल्ली से आ नहीं रहीं थी और रायपुर में स्टॉक नहीं था इसलिए हुई परेशानियां:
सोसायटी के तहत जन औषधी केंद्रों में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि पिछले चार-पांच माह दवाओं की किल्लत से मरीजों को जो परेशानियां हुई उसका कारण दिल्ली से जेनेरिक दवाओं की सप्लाई न होना था। केंद्र संचालकों द्वारा पहले ऑर्डर दिए जा चुके थे, लेकिन सप्लाई बंद थी। यहां तक की प्रदेश की राजधानी रायपुर में भी जेनेरिक दवाओं का स्टॉक खत्म हो गया था। अब रायपुर में जैसे ही स्टॉक आया तो हमने रायपुर से ही जेनेरिक दवाएं मंगा ली हैं।
जेनेरिक दवाओं से मरीजों को मिलेगा फायदा:
जेनेरिक दवाएं आने से इसका फायदा स्किन, बीपी, सुगर, एंटीबायोटिक सहित तमाम मरीजों को होगा। दवाएं उपलब्ध होने से अब इन केंद्रों पर भी मरीज पहुंचने लगे हैं। उम्मीद की जा रही है कि आगे अब जेनेरिक दवाओं की किल्लत नहीं होगी।
—जन औषधी केंद्रों में दवाएं न मिलने पर मरीजों को रेडक्रॉस मेडीकल से जेनेरिक व सस्ती दवाएं उपलब्ध कराई जाती थीं, हालाकि अब जन औषधी केंद्रों में भी दवाएं आ चुकी हैं।
मनीष मिश्रा
जिला अस्पताल रेडक्रॉस मेडीकल संचालक।
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