करोड़ों की है मालकिन, चलाती है रिक्शा : विधवा सबिना लकड़ा ने बताया कि पत्थलगांव चिडरापारा स्थित भू राजस्व के अभिलेखों में उनकी कुल भूमि खसरा नं 08. रकबा 3.089 हैक्टयर दर्ज है। आज वर्तमान के समय मे उक्त जमीन की कीमत करोड़ो रुपए में आंकी जा रही है, पर स्वयं की जमीन मे उसका नाम दर्ज नहीं हो पाने के कारण उसकी बेशकीमती जमीन अन्य व्यक्तियों द्वारा फर्जी तरीके से बेची जा रही है। वह अपनी जमीन की कीमत दूसरों के हाथ जाते देखने के बाद भी लाचार है। वर्तमान में उसकी माली हालत ठीक ना रहने के कारण वह नगर पंचायत में मामूली सा वेतन लेकर बतौर सफाई कर्मचारी के रूप में रिक्शा चलाने का काम कर रही है। उसका कहना था कि भू-अभिलेखों मे उसके पति का नाम फर्जी तरीके से विलोपित नहीं किया जाता तो आज वह अपनी बेशकीमती जमीन की स्वयं हकदार होती।
बेवा का पुत्र जेल से लिखता है पत्र : विधवा सबिना लकड़ा का पुत्र अपने हक की बेशकीमती जमीन धोखे से बेचने की जानकारी पाकर जेल से पुलिस एवं राजस्व को पत्र लिख रहा है, पर लाचार पुत्र की आज तक प्रशासन ने एक नहीं सुनी, अपने साथ हुई आप बीती की कहानी सुनाते हुए विधवा सबिना लकड़ा बताती है कि उसका पुत्र जितेन्द्र लकड़ा पिछले कुछ समय से जेल में सजा काट रहा है, उसके द्वारा जब भूमि दस्तावेजों में छेडख़ानी कर अपने पिता का नाम विलोपित होने एवं अपने हिस्से की जमीन भू माफिया एवं संबंधित शासकीय कर्मचारियों की मिली भगत से बेचे जाने की खबर सुनी तो वह पिछले लंबे समय से पुलिस एवं संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों के पास लगातार पत्र व्यवहार कर रहा है, परंतु उसके बाद भी आज तक विधवा या उसके लाचार पुत्र की किसी ने एक नहीं सुनी।