घुरवा बेचागे, बारी बर्बाद होगे,
अब किसान के करजा नई होवे माफ
लोकसभा में कांग्रेस होगे साफ” अगर हम लड़ते तो हो जाता सूपड़ा साफ
जोगी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि अगर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) लोकसभा चुनाव लड़ती तो कांग्रेस का छत्तीसगढ़ से पूरी तरह से सूपड़ा साफ़ हो जाता। लेकिन छत्तीसगढ़ में ग़ैर-साम्प्रदायिक वोटों के बंटवारे को रोकने कोप्राथमिकता देते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी ने पार्टी को अपने पहले चुनाव में भी 14त्न वोट मिलने के बावजूद लोकसभा चुनाव से बाहर रखने का निर्णय सिर्फ़ इसलिए लिया था ताकि प्रदेश की 11 लोकसभासीटों में सांप्रदायिक ताक़तों को पराजित किया जा सके।
अमित जोगी ने कहा कि ऐसा न होना हमारे लिए अंत्यंत दुखद है। ऐतिहासिक जनादेश के साथ निर्वाचित भूपेश सरकार का केवल पांच महीने में इस प्रकार की दुर्गति होना अत्यंत चिंताजनक है। आज के परिणाम ने भूपेश सरकार की पोल ज़रूर खोल दी है। इस शर्मनाक हार के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) पूरी तरह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विगत पाँच महीने के कार्यकाल और कार्यप्रणाली को दोषी मानती है।
जोगी ने कहा कि एक्जिट पोल इग्ज़ैक्ट पोल नहीं होता है” लेकिन छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने ये प्रमाणित कर दिया है। हम भूपेश बघेल के अपनी पार्टी की हार का टीकरा ईवीएम पर फोडऩे के असफल और कायराना प्रयास की कड़ी निंदा करते हैं।
जोगी ने कहा कि बदलाव की बात करने वाली भूपेश सरकार बदले की राह पर निकल पड़ी है और ऐसी सरकार को प्रदेशहित में बदलने का समय आ गया है। इस से ज़्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है कि मुख्यमंत्री स्वयं अपने गृह लोक सभा को नहीं बचा पाए। आज का नतीजा कांग्रेस के लिए वेक-अप कॉल है। कांग्रेस के लिए ‘कोर्स करेक्शनÓ- ग़लतियों को सुधारने और राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन- की आवश्यकता है। इसपर कांग्रेस को गंभीरता से विचार करना चाहिए।