कानन पेंडारी में महीनेभर पहले रांची से तीन शुतुरमुर्ग लाए गए थे। यहां 10 दिन बाद एक की मौत हो गई थी। इसके बदले में दूसरा पक्षी अब तक नहीं लाया जा सका। अब तीन चौसिंघा की मौत हो गई।
तीन चौसिंघा की मौत के बाद कानन प्रबंधन हरकत में आया। शनिवार सुबह आनन-फानन में पंप लगाकर केज में भरे पानी को बाहर फेंका जा रहा है। कीचड़ साफ करने के लिए मजदूर लगाए गए हैं।
लगातार बारिश से जमीन के नीचे छह फीट तक नमी है। इससे वन्य प्राणियों को डायरिया हो गया। सात दिन तक इलाज किया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। शनिवार सुबह 3 चौसिंघा की मौत हो गई। तीन और बीमार हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।
एसएस कंवर, डीएफओ वन मंडल बिलासपुर