मास्टर माइंड ओबेद मेहर ने 12वीं के साथ ही डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग की पढाई सुंदरगढ़ इंजीनियरिंग स्कूल ओडिशा से की है। मास्टर माइंड स्वाइन एंड एसोसिएट (इंडियन आइल कापोरेशन लिमिटेड पाइप लाइन प्रोजेक्ट) गुजरात बढोदरा में काम कर चुका है। इसके अलावा आरोपी बीपीएल कार्ड सर्वे थर्ड पार्टी ठेके पर काम करता था। इसके अलावा उसने आधार कार्ड सर्वे, बीजू कृषक कल्याण योजना ओडिशा शासन कार्ड, हेल्थ कार्ड के साथ ही आनलाइन बिजनेश स्नेप डील का काम कर चुका है।
मास्टर माइंड़ ओबेद ने पुलिस को बताया कि उसने ऑन लाइन वीडियो पर कार्ड की क्लोनिंग तैयार करने का तरीका देखा था। उसने डिवाइस के लिए आन लाइन वेबसाइट खोजना शुरु किया तो उसे अलीबाबा डाट कॉम पर कार्ड क्लोन बनाने की मशीन दिखाई दी। उसने कस्टमर केयर से बात कर मशीन को आर्डर कर मंगाया था।
2017 में कार्ड क्लोन मशीन आने के बाद ओबेद ने अपने साथी साथी श्रीमंत दास उर्फ बाबू पिता दधिवमन दास के साथ मिलकर सबसे पहले अपने ही कार्ड का क्लोन तैयार कर चेक किया कि यह काम कर रहा है या नहीं। कार्ड ने जब अपना काम कर दिया तो उसने श्रीमंत के साथ योजना तैयार की और एटीएम कार्ड क्लोनिंग कर वारदात को अंजाम देना शुरु कर दिया।
ओबेद अपने साथियों श्रीमंत व धनश्याम कर्मी व सुमित के साथ नवंबर माह में रायपुर आए यहां उन्होंने रायपुर दुर्ग बायपास में एसबीआई के एटीएम बूथ पर क्लोनिंग डिवाइस लगायी थी। डाटा के आधार पर 26 से 26 कार्य का क्लोन तैयार कर रुपए निकाले।
आरोपी ने बताया बिलासपुर पहुंचे के बाद उन्होंने दो जगहों पर क्लोनिंग डिवाइस लगाए थे। उसमें रेलवे क्षेत्र के डेंटल कॉलेज व दूसरा बंधवा तालाब के पास था तीसरे क्लोन की प्लेट टूट जाने के कारण उसे स्टाल नहीं कर सके। 5 से 7 दिसम्बर तक बिलासपुर के हॉटल सिल्वर ओक में रुके रहे और कार्ड स्केन होने के बाद क्लोन तैयार किया और पश्चिम बंगाल से एक लाख अस्सी हजार, दिघा व कोलकता से 1-1 लाख निकालने की बात स्वीकार की है।
बिलासपुर साइबर सेल ने पूर्व में क्लोन तैयार करने वाले गिरोह के श्रीमंत दास उर्फ बाबू, खिरोद पटेल, घनश्याम कर्मी, सुजीत खड़ीया, धरणीसेन, पाउल मेहर, प्रवींण सोनबेर व अब्दुल हसीर को गिरफ्तार करने में सफलता पा चुकी है।
मुख्य मास्टर माइंड ने पुलिस से बचने के लिए अपने घर में सीसीटीवी कैमरा लगा रखा था इससे जो भी उसके घर के पास-पास दिखाई देता तो वह मुस्तैद हो जाता था।
एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि एसबीआई ने जो एटीएम मशीनें लगा रखी है। वह ऐसे डिवाइस लगाने के लिए सबसे आसान है। इसका फायदा उठाकर ठग आसानी से मशीन को इंस्टाल कर देते है। कोई सी सावधानी से ऐसी घटना को रोका जा सकता है।
साइबर सेल ने आरोपी ओबेद मेहर के पास से 3 लेपटॉप व चार्जर, 2 हाथ घड़ी, 7 मोबाइल फोन व सिम, एक पर्स, पिन ***** कैमरा, जीयो फाई सेट, 4 पैकेट स्कीमर चिप, एक डिब्बा, सोल्डिंग पेस्ट, एक पेपर कटर, एक मार्कर पेन, 5 माइक्रो, मैक्स बैटरी, सीसीटीवी कैमरा व डीवीआर, 64 नग हाई क्वालिटी के क्लोन एटीएम कार्ड, 1 सोने की चैन व 2 अंगूठी, बोलेरो वाहन क्रमांक ओआर 16 ई 2992 एमएसआर व एटीएम कार्ड राईडर एमएसआर को जब्त किया है।
– अभिषेक मीणा, पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर.