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‘बंदउं गुरु पद कंज कृपा सिंधु नररूप हरि महामोह तम पुंज जासु बचन रबि कर निकर’

locationबिलासपुरPublished: Jul 03, 2023 11:09:14 pm

Submitted by:

AVINASH KUMAR JHA

गुरु पूर्णिमा के पावन शुभ अवसर पर सोमवार को शिष्यों ने ईश्वर स्वरूप अपने गुरुओं के चरण कमल की वंदना की और जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आशीर्वाद मांगा।

Guru purnima gyatri mandir
Guru purnima gyatri mandir
बिलासपुर. गुरु पूर्णिमा के पावन शुभ अवसर पर सोमवार को शिष्यों ने ईश्वर स्वरूप अपने गुरुओं के चरण कमल की वंदना की और जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आशीर्वाद मांगा। इस अवसर पर बच्चों के विद्यासंस्कार भी कराए गए। गायत्री शक्ति पीठ में नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं अभिनन्दन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
गायत्री परिवार के सभी ट्रस्टीगण, कार्यकर्ता और श्रद्धालुजनों ने सोमवार को प्रात: 8 से 12 बजे तक गायत्री शक्तिपीठ विनोबा नगर में आकर सजल श्रद्धा- प्रखर प्रज्ञा का, गुरु सत्ता का विशेष पूजन कर नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ में यज्ञ कार्य को संपन्न किया। श्रद्धालुओं ने अपने संस्कार भी संपन्न करवाए। देव संस्कृति विद्यालय के बच्चों का विद्यारंभ संस्कार भी संपन्न किया गया।श्री द्वारिका प्रसाद पटेल ने बताया कि विशिष्ट अतिथियों का सम्मान समारोह भी संपन्न किया गया,जिसमें वार्ड के पार्षद रविंद्र सिंह को तिलक लगाकर एवं श्रीफल भेंट कर विशिष्ट सेवा हेतु अभिनंदन व स्वागत किया गया। सद्वाक्य लेखन अभियान के अंतर्गत जन-जन में जागरूकता लाने के लिए सेवा दे रहे मेवालाल एवं उनके सहयोगी अल्फ्रेड पेरीरा का भी सम्मान किया गया। नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ के पुष्पांजलि के अंतर्गत रविंद्र सिंह ने कहा कि मानव जीवन की सफलता गुरु से जुडऩे में ही होती है और गुरु मिलने पर ही जीवन पूर्ण होता है।
वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं पूर्व मुख्य प्रबंध ट्रस्टी सी पी सिंह ने कहा कि गुरु और गायत्री को पाकर के ही हम जीवन में आत्मा को परमात्मा तक मिला सकते हैं । पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी प्रज्ञावतार हैं और कलयुग के वेद व्यास जी के स्वरूप में ही हैं क्योंकि उन्होंने सभी वेद ,पुराण, उपनिषद ,दर्शन आदि के सरल भाष्य के साथ 32 सौ से अधिक साहित्य विभिन्न विषयों में लिखा है
श्रावण मास में लगाएं अधिक से अधिक पौधे
जिला समन्वयक नंदिनी पाटनवार ने कहा कि चतुर्मास में विशेष धर्म अनुष्ठान करना चाहिए ।गुरु पूर्णिमा से गायत्री परिवार के सभी सदस्यों को 40 दिवसीय विशेष अनुष्ठान करना चाहिए। साथ ही श्रावण मास के अंतर्गत हम सभी को अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। कार्यक्रम में श्री हेमराज वैश्य, बृजेश साहू, रामगोपाल कश्यप, रामकुमार श्रीवास ,शत्रुघ्न कश्यप, द्वारिका पटेल गणेश श्रीवास ,शीतल पाटनवार ,श्रीमती जे लाल,श्रीमती उर्मिला विश्वकर्मा, वेद थवाईत, डॉ प्रियंका नेताम आदि का विशेष सहयोग रहा है।
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